बीकानेर ब्यूरो रिपोर्ट। 

सरकारी स्कूल्स के जो टीचर्स अन्य विभागों में डेपुटेशन पर चल रहे हैं, उन्हें तुरंत संबंधित स्कूल में ज्वाइन करना पड़ेगा। माध्यमिक शिक्षा निदेशक कानाराम ने इस संबंध में सख्त आदेश जारी किए हैं। राज्यभर में सैकड़ों की संख्या में टीचर्स अन्य विभागों में काम कर रहे हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल्स में पढ़ाने के लिए टीचर्स नहीं है।

निदेशालय की ओर से जारी आदेश में सख्ती के साथ कहा गया है कि प्रदेश के किसी भी विभाग में शिक्षा विभाग के टीचर प्रतिनियुक्ति पर है तो बिना किसी कार्यमुक्ति आदेश के वापस अपने विभाग में लौट जायें। अगर कोई टीचर इस आदेश के बाद भी संबंधित स्कूल में नहीं पहुंचता है तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इन टीचर्स को अब 31 जुलाई तक अपने मूल स्कूल में ज्वाइन करना होगा। इस तारीख तक मूल स्कूल नहीं पहुंचने वाले टीचर्स पर नियुक्ति अधिकारी सीधे कार्रवाई करेंगे।

पूर्व में भी दिए थे आदेश

हालांकि इस तरह के आदेश पहले भी निकलते रहे हैं। 4 अप्रैल 22 को भी अतिरिक्त मुख्य सचिव ने भी इस तरह के आदेश दिए थे। इसके बाद भी टीचर्स अपने विभाग में वापस नहीं आए हैं। ऐसे में इसी आदेश का हवाला देते हुए माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने फिर से निर्देश दिए हैं।

इन टीचर्स का नहीं होगा डेपुटेशन

इसके साथ ही विभाग ने महात्मा गांधी स्कूल्स के टीचर्स का डेपुटेशन नहीं करने की व्यवस्था कर दी है।अब महात्मा गांधी स्कूल व अन्य अंग्रेजी माध्यम के स्कूल्स के प्रिंसिपल किसी भी टीचर को डेपुटेशन के लिए कार्यमुक्त नहीं कर सकेंगे।

कम्प्यूटर टीचर्स सिर्फ पढ़ायेंगे

इसके साथ ही विभाग में हाल ही में नियुक्त कम्प्यूटर इंस्ट्रक्टर को भी लिपिकीय कार्य में नहीं लगाया जाएगा। आमतौर पर इन टीचर्स को पढ़ाने के बजाय सरकारी ऑफिस में डेपुटेशन पर लगा दिया जाता है। अब ऐसे आदेश अधिकारी नहीं कर सकेंगे।

इन विभागों में डेपुटेशन ज्यादा

शिक्षा विभाग से दस वर्षीय जनगणना, आपदा प्रबंधन, पल्स पोलिया मेंकाम कर रहे टीचर्स को अब वापस स्कूल लौटना पड़ेगा। इसके अलावा शिक्षा विभाग के ही अधीन संचालित कई कार्यक्रमों में भी टीचर्स डेपुटेशन पर चल रहे हैं। फिलहाल इन्हें वापस स्कूल भेजने के आदेश नहीं हुए हैं।