भरतपुर के आमोली टोल प्लाजा पर 8 दिन पहले हुए कुलदीप जघीना हत्याकांड के तीन आरोपियों ने गुरुवार को सरेंडर कर दिया।
आरोपी पंकज जाट, देवेंद्र जाट और लोकेन्द्र गुर्जर उर्फ लोकी सुबह 11 बजे डीग कोतवाली थाना पहुंचे। थाने पहुंचते ही आरोपियाें ने पुलिस को बताया कि उन्हें 15 दिन में मारने की धमकी मिली है। भरतपुर पुलिस ने उन पर 50-50 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। उन्हें राजनीतिक दबाव में मारे जाने का डर था। इसलिए उन्होंने कोतवाली में सरेंडर किया। भरतपुर के मथुरा गेट थाने में तीनों आरोपियों को ले जाया गया। एडिशनल एसपी ब्रजेश ज्योति उपाध्याय की मौजूदगी में पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।
आरोपी बोला- कुलदीप का ससुराल मेरे गांव के पास, मार देंगे
सरेंडर करने आए लोकेंद्र ने कहा कि हलेना थाना में जहां मामला दर्ज है, उसके पास ही कुलदीप जघीना का ससुराल (सरसेना गांव) है। कुलदीप के ससुराल वालों ने 15 दिन में हमें खोजकर मारने की धमकी दी है। पुलिस ने हमारे ऊपर इनाम रखा हुआ है।
अब आरोपी यह दावा कर रहे हैं कि इस मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
बता दें कि बुधवार को ही कुलदीप के परिजन एसपी ऑफिस पहुंचे थे और चेतावनी दी थी कि जब तक अन्य आरोपी नहीं पकड़े जाएंगे, वे एसपी ऑफिस के बाहर ही धरने पर बैठ जाएंगे।
यह था मामला
भरतपुर के आमोली टोल प्लाजा (हलेना थाना) पर 12 जुलाई को दोपहर करीब 12:15 बजे भाजपा नेता कृपाल जघीना हत्याकांड के मुख्य आरोपी कुलदीप जघीना की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी।
कुलदीप और उसके साथी विजयपाल पर उस समय हमला किया गया, जब उन्हें जयपुर से भरतपुर कोर्ट में पेश करने के लिए रोडवेज बस में ले जाया जा रहा था।
इस दौरान कार में सवार होकर आए करीब 7 से 8 बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी। इसमें कुलदीप जघीना पुत्र कुंवरजीत की मौत गई। जबकि विजयपाल पुत्र वीरेंद्र घायल हो गया।
इस मामले में पुलिस 6 आरोपियों विष्णु जाट, बबलू गुर्जर, धर्मराज जाट, सौरभ लुलहारा, अमनदीप सिंह और कुलदीप सिंह को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। अब तीन आरोपियों के सरेंडर करने के बाद कुल 9 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं। वहीं 4 आरोपियों की तलाश की जा रही है।
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