अलवर ब्यूरो रिपोर्ट। 

कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि राजस्थान, एमपी व छत्तीसगढ़ में किए गए सर्वे में कांग्रेस की सरकार आने वाली है। इससे बीजेपी बौखला गई है। ये घबरा गए हैं। वैसे भी अब हिंदू मुस्लिम चल नहीं रहा है। बजरंग बली का सोटा इनको खुद को लग गया है। इसलिए इनको समझ नहीं आ रहा क्या करें। यह बात कैबिनेट मंत्री जूली ने प्रभारी मंत्री बीडी कल्ला की मौजूदगी में अलवर में अफसरों की मीटिंग लेने के बाद मीडिया से कही।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अलवर को तीन जिलों में बांट दिया है। सरिस्का के पांडूपाल जाने के लिए जल्दी शुल्क माफ किया जाएगा। यह प्रक्रियाधीन है। दूसरी तरफ बीजेपी के किए वादे याद किए। एक भी वादा पूरा नहीं किया।

ईआरसीपी (ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट) योजना भी गहलोत सरकार ही लागू करेगी। जिसके लिए 13 हजार करोड़ रुपए स्वीकृत कर चुकी है। अगली बार सरकार में आने पर ईआरसीपी को लागू किया जाएगा।

बारिश आने पर जलकुंभी कहां रहेगी

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि बारिश होने पर जलकुंभी खुद बहकर आ जाएगी। पिछली बार हमारी सरकार के समय साढ़े चार करोड़ रुपए खर्च किए थे। पहले भरतपुर की तरफ अधिक पानी जाता था। उसे कम करने का काम हमने किया।

चैनल सफाई का काम जारी है। पहली बारिश में जयसमंद में पानी आ गया है। अब आगे पानी की व्यवस्था में सुधारा हो रहा है। शहर में 15 से 20 ट्यूबवैल लगा दिए हैं। बीजेपी वाले खुद जनता के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं। ERCP के प्रोजेक्ट के लिए बीजेपी के नेताओं ने कोई प्रयास नहीं किया गया। मेरे स्तर पर कोई बोरिंग नहीं रोकी गई।

सांसद पर भी सवाल

सासंद के लिए तो 8 के 8 विधानसभा क्षेत्र बराबर हैं। पूरे जिले के लिए काम कररना चाहिए। अब हमें ईआरसीपी की जरूरत है। चंबल का पानी लाने के लिए बीजेपी ने कोई प्रयास नहीं किया गया। वे केवल गुमराह करने का काम करते आ रहे हैं। बीजेपी के नेताओं ने कितना पैसा अलवर की जनता के लिए दिया है। हमने जिले, कॉलेज व हाईवे तक बनवाए हैं। महंगाई राहत कम से आमजन को मदद कर रहे हैं। योजनाएं हम देने में लगे हैं।

अफसरों को निर्देश दिए

प्रभारी मंत्री ने अलवर शहर में पेयजल व्यवस्था को लेकर अधिकारियों से फीडबैक लिया। नए बोरवैल के बारे में जाना। सिलीसेढ़ से अलवर पानी लाने की योजना के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा प्राप्त शिकायतों पर अधिकारियों को निर्देश दिए। उनके साथ कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली व कांग्रेस जिलाध्यक्ष योगेश मिश्रा भी मौजूद थे।