अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट। 

राजस्थान लोक सेवा आयोग की लोकल सेल्फ गवर्नमेंट डिपार्टमेंट में लम्बे समय बाद निकाली ईओ भर्ती में रिश्वत को लेकर अब कांग्रेस नेता सहित चार गिरफ्तार हुए है। ब्लूटूथ से नकल को लेकर यह भर्ती पहले सुर्खियों में रही है। हालाकिं गिरफ्तार आरोपियों से अभी तक हुई पूछताछ में आरपीएससी के किसी सदस्य और अधिकारी कर्मचारी के मिलीभगत होने की जानकारी सामने नहीं आई हैं।

वरिष्ठ अध्यापक भर्ती, एसआई भर्ती के बाद अब लोकल सेल्फ गवर्नमेंट डिपार्टमेंट में रेवेन्यू ऑफिसर ग्रेड सेकंड, एक्जीक्यूटिव ऑॅफिसर क्लास फोर्थ और असिस्टेंट इंजीनियर के 145 पदों की भर्ती पर सवाल खड़े हो गए हैं। एक के बाद एक भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक, नकल और अब रिश्वत का मामला सामने आने के बाद आयोग की साख एक बार फिर दांव पर लग गई है।

आधे से भी कम केंडिडेट्स हुए एग्जाम में शामिल
लोकल सेल्फ गवर्नमेंट डिपार्टमेंट में लंबे समय बाद भर्ती निकली। आयोग ने 14 मई 2023 को रेवेन्यू ऑफिसर ग्रेड सेकंड, एक्जीक्यूटिव ऑॅफिसर क्लास फोर्थ परीक्षा का आयोजन किया था। अजमेर, अलवर, भरतपुर, बीकानेर, हनुमानढ, जयपुर, जोधपुर, कोटा, श्रीगंगानगर, टोंक एवं उदयपुर जिला मुख्यालयों पर ,एग्जाम हुआ। प्रथम चरण में पंजीकृत 218952 अभ्यर्थियों में से 105571 अभ्यर्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए। द्वितीय चरण में पंजीकृत 218951 अभ्यर्थियों में से 91136 अभ्यर्थी परीक्षा में उपस्थित हुए।

इस प्रकार प्रथम व द्वितीय चरण में अभ्यर्थियों का उपस्थिति प्रतिशत क्रमशः 48.22 एवं 41.62 रहा। रेवेन्यू ऑफिसर के पेपर में बीकानेर के एक परीक्षा केंद्र पर ब्लू ट्रुथ से नकल के आरोप में तीन लोगों को पकड़ा था। यह भर्ती तब सुर्खियों में आई थी। अभी तक इसकी आंसर की जारी नहीं की गई है। तीन कैटेगरी के लिए हो रही इस भर्ती में एक्जीक्यूटिव ऑॅफिसर के पहले कुल 63 पद थे, जिसे बाद में बढ़ा कर 90 कर दिया गया था। रेवेन्यू आफिसर के 14 और असिस्टेंट इंजीनियर सिविल के 41 पद हैं।

असिस्टेंट इंजीनियर के पदों के लिए 21 मई को आयोग ने अलग से परीक्षा का आयोजन किया था। अजमेर एवं जयपुर जिला मुख्यालयों पर दोपहर 3:30 से 5:30 बजे तक हुई परीक्षा में पंजीकृत 21312 अभ्यर्थियों में से 9447 अभ्यर्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए। अभ्यर्थियों का उपस्थिति प्रतिशत 44.33 रहा।

ये भर्तियां भी रहीं विवादों में

  • आयोग के सदस्य बाबू लाल कटारा वरिष्ठ अध्यापक ग्रेड सेकंड प्रतियोगी परीक्षा के पेपर लीक प्रकरण में एसओजी की गिरफ्त में आए। वे अभी जेल में हैं।
  • आयोग की पूर्व सदस्य राजकुमारी गुर्जर के पति पर लगे थे आरोप : आरएएस 2018 परीक्षा के इंटरव्यू में पास कराने के नाम पर रिश्वत के आरोप आयोग की पूर्व सदस्य राजकुमारी गुर्जर के पति भैरो सिंह पर लगे थे।
  • हबीब खान गौराण पर लगे आरोप : आयोग के पूर्व अध्यक्ष हबीब खान गौराण पर भी आरएएस 2013 का पेपर लीक कराने के आरोप लगे।
  • पूर्व अध्यक्ष शिव सिंह राठौड़ पर आरोप : भाजपा नेता किरोड़ी लाल मीणा ने आयोग के पूर्व अध्यक्ष शिव सिंह राठौड़ पर आरएएस की उत्तर पुस्तिकाओं में गलत तरीके से जांच के आरोप लगाए।

यह है मामला

RPSC में EO (एग्जीक्यूटिव ऑफिसर) की भर्ती के नाम पर रिश्वत के लिए कुल 40 लाख रुपए मांगे गए थे। ACB के सत्यापन (जांच) में 25 लाख में डील फाइनल हुई। शुक्रवार को सीकर में दलाल अनिल कुमार और ब्रह्मप्रकाश को 18.50 लाख रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। इस 18.5 लाख रुपए में से 7.5 लाख रुपए शिकायतकर्ता को वापस देते हुए जयपुर में राजस्थान राज्य विमुक्त, घुमंतू व अर्द्धघुमंतू कल्याण बोर्ड के पूर्व चेयरमैन गोपाल केसावत ​को देने के लिए कहा गया।​​​​​​ इस पूरी कार्रवाई को गोपनीय रखा गया।

दूसरी तरफ दलाल अनिल कुमार और ब्रह्मप्रकाश पास में बचे हुए 11 लाख में से शुक्रवार रात ही सीकर में दलाल रविन्द्र शर्मा पुत्र बलराम को 7 लाख 50 हजार रुपए रिश्वत के देने पहुंचे। यहां एसीबी ने रविंद्र को भी गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद शिकायतकर्ता रिश्वत के 7.50 लाख रुपए जयपुर के प्रताप नगर में राजस्थान राज्य विमुक्त, घुमंतू व अर्द्धघुमंतू कल्याण बोर्ड के पूर्व चेयरमैन गोपाल केसावत के पास लेकर पहुंचा। केसावत को भी एसीबी ने शनिवार को रिश्वत की राशि लेते हुए गिरफ्तार किया।