जोधपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

जोधपुर के रातानाडा गणेश मंदिर में प्रस्तावित विकास कार्यों में कॉमर्शियल दुकानें बनाने और मसाला चौक विकसित करने को लेकर पुजारी परिवार का विरोध सामने आया है। वहां रहने वाले लोगों और पुजारी परिवार के सदस्यों ने बताया कि आस्था के मंदिर में कमर्शियल दुकानें होने पर गंदगी बढ़ेगी और पर्यटन स्थल बन जाएगा। जिससे कि मंदिर की पवित्रता भंग हो सकती है। पुजारी परिवार के सदस्यों ने जिला प्रशासन को एक बार पत्र लिखकर इस पर अपनी आपत्ति दर्ज करवा दी है।

गणेश मंदिर के पुजारी महेश अबोटी ने बताया कि राजस्थान सरकार और प्रशासन की ओर से मंदिर के आसपास विकास कार्य करवाए जा रहे हैं जो कि अच्छी बात है। लेकिन कुछ व्यवसायिक दुकाने खोले जाने के भी समाचार है और उसे नक्शे में शामिल किया गया है, इसको लेकर पुजारी परिवार और भक्तों में काफी रोष है। कमर्शियल दुकाने शुरू होने से यहां पर गंदगी बढ़ेगी और लोग आस्था के केंद्र को पर्यटन का केंद्र बना देंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही वे पुजारी परिवार के सभी सदस्यों और भक्तों के साथ जिला प्रशासन से मुलाकात करेंगे। फिलहाल अपनी आपत्ति जलाने के लिए उन्होंने लिखित में एक पत्र प्रशासन तक पहुंचा दिया है।

क्या है डेवलपमेंट प्लान

- पहाड़ी होने के कारण यहां पर स्टेप गार्डन तैयार किया जाएगा। कई तरह के पौधे लगाए जाएंगे।

- नया रास्ता तलहटी से ऊपर मंदिर तक जाने वाला रास्ता संकरा है और उबड़-खाबड़ है। इसे पूरा नया तैयार किया जाएगा।

- एक तरफ पर पत्थर की वॉल तैयार की जाएगी। इसकी डिजाइन ऐसी होगी, जो देखने में खूबसूरत लगे।

5 करोड़ का बजट

इस पूरे प्रोजेक्ट के लिए जेडीए ने 5 करोड़ का बजट रखा है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर निविदाएं मांगी गई है। खाली पड़ी जमीन से गंदगी हटा संवारा जाएगा।

मसाला चौक पर आपत्ति

मंदिर परिसर की तलहटी में ही सेल्फी प्वाइंट के समीप मसाला चौक का निर्माण प्रस्तावित है। 8 दुकानों का निर्माण करवाया जाएगा और उसे जेडीए की ओर से व्यापार करने के लिए किराए पर या लीज पर दी जाएगी। इसी मसाला चौक और दुकानें बनाने को लेकर पुजारी परिवार और भक्तों का विरोध है।