जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान में सरकार के रेवेन्यू का एक बड़ा सोर्स शराब की बिक्री है। इस विभाग से राज्य सरकार को हर साल करीब 13 हजार करोड़ रुपए का रेवेन्यू मिलता है। लेकिन शराब कारोबारियों पर आबकारी विभाग के अधिकारियों मेहरबानी राज्य सरकार के इस रेवेन्यू पर भारी पड़ रही है। इस बार वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल से जून तक) जो गारंटी के पेटे रेवेन्यू आना था वह इस बार भी पूरा नहीं आया। जयपुर में ही 10 करोड़ रुपए का रेवेन्यू बकाया चल रहा है। खानापूर्ती के नाम पर केवल तीन दुकानों के लाइसेंस निरस्त कर दिए।
पिछले दिनों टारगेट के मुताबिक रेवेन्यू नहीं देने वाले कुछ कारोबारियों संबंधित एरिया के आबकारी इंस्पेक्टरों ने राठौड़ी कार्रवाई करते हुए 15 से 20 दुकानें सील भी कर दी, लेकिन वह वापस 2-3 दिन बाद कारोबारियों ने खुद के स्तर पर खोल ली। वर्तमान में पहली तिमाही में ही अकेले जयपुर जिले का करीब 10 करोड़ का बकाया चल रहा है। इसमें सर्वाधिक बकाया जयपुर पश्चिम इलाके के 1 करोड़ 78 लाख रुपए का बकाया हैं। दूसरी तिमाही शुरू हुए 15 दिन हो गए, लेकिन अब तक पहली तिमाही की वसूली नहीं की जा सकी।
आपको बता दें कि सरकार हर साल राजस्थान में 7 हजार से ज्यादा शराब की दुकानों के लाइसेंस जारी करती है। इन दुकान संचालकों से रेवेन्यू का एक लक्ष्य निर्धारित होता है। जो दुकान संचालक टारगेट के मुताबिक रेवेन्यू सरकार को नहीं देता उस पर पेनल्टी का प्रावधान होता है। सरकार ये रेवेन्यू हर तिमाही के अनुसार वसूलती है।
पिछले दो साल का 2245 करोड़ रुपए से ज्यादा का बकाया
विभाग के सूत्रों के मुताबिक पूरे राज्य में पिछले 2 साल (वित्त वर्ष 2021-22 और 2022-23) का विभाग काे करीब 2245 करोड़ रुपए का रेवेन्यू वसूल करना है, लेकिन सख्ती के अभाव में ठेकेदार बकाया जमा नहीं करवा रहे। इसमें से सवा सौ करोड़ रुपए तो केवल जयपुर से वसूल करने है। आशंका है कि सरकार को अब ये रेवेन्यू मिलना भी मुश्किल है। क्योंकि इनमें से कई कारोबारी अपने नाम से संचालित ये काम अब बंद कर चुके है।
खानापूर्ति के नाम पर तीन दुकानों के लाइसेंस निरस्त
जयपुर जिले की स्थिति देखे तो पश्चिम जोन में संचालित 3 दुकानों को आज निरस्त करने की कार्रवाई की गई। आबकारी इंस्पेक्टर अब्दुल जावेद ने बताया कि तीन दुकानों के लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई चल रही है। हालांकि इन दुकानों के संचालकों ने आश्वासन दिया है कि वे गारंटी की राशि जल्द जमा करवा देंगे। हालांकि अन्य दूसरी दुकानों पर अभी कोई कार्यवाही नहीं की गई है। निरीक्षक का कहना है कि इन दुकान संचालकों ने बकाया राशि का कुछ हिस्सा जमा करवा दिया है।
जयपुर के इन एरिया में इतना बकाया
एरिया | दुकानों की संख्या | बकाया राशि |
जयपुर पश्चिम | 25 | 1.78 करोड़ |
जयपुर दक्षिण | 26 | 73.14 लाख |
जयपुर पूर्व | 8 | 10.18 लाख |
जयपुर उत्तर | 10 | 37.56 लाख |
जयपुर (दक्षिण-पूर्व) | 28 | 1.17 करोड़ |
झोटवाड़ा | 16 | 89.11 लाख |
सांगानेर | 13 | 1 करोड़ |
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