बीते दिनों जोधपुर के बालेसर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की सभा में पूर्व विधायक बाबू सिंह के हाथ से माइक छीन लेने की घटना पर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने सफाई दी। दरअसल उस घटना के बाद भाजपा पर स्थानीय गुटबाजी की चर्चा हो रही थी। इसी पर रविवार को राठौड़ ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि बाबू सिंह भी हमारे हैं और गजेंद्र सिंह भी हमारे हैं। आप सिंहों में अंतर नहीं कर पाओगे। राठौड़ एक कार्यक्रम में शामिल होने जोधपुर आए। यहां सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत में यह बात कही। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस बात को गुटबाजी के रूप में नहीं लेना चाहिए। क्योंकि जब मुख्य अतिथि का भाषण के लिए नाम पुकारा जाता है तो उन्हीं का उद्बोधन होता है।
इससे पहले उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला। कहा कि खुद जोधपुर का विकास मुख्यमंत्री नहीं करवा पाए। आज भी जब बारिश होती है तो यहां सबसे ज्यादा पानी का भराव होता है, ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह से बिगड़ा हुआ है। उन्होंने हवाला दिया कि स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल कहते हैं कि जयपुर का विकास मंत्री और विधायकों की आपसी लड़ाई के कारण नहीं हुआ। लेकिन जोधपुर में तो किसी की लड़ाई नहीं फिर यहां विकास क्यों रोका गया।
वसुंधरा और भाजपा अलग नहीं
उदयपुर की सभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को मंच पर बोलने के लिए आमंत्रित करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राज्य दो बार की पूर्व मुख्यमंत्री है और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। राजस्थान में भाजपा उनसे अलग नहीं है। राजे सीएम चेहरा होंगी या नहीं इस सवाल पर उन्होंने कहा कि यह तय करने वाला सेंट्रल पार्लियामेंट्री बोर्ड है।
हम आपस में बात कर रहे थे, कोई राज की बात नहीं
ईआरसीपी को लेकर पूछे गए सवाल पर राठौड़ ने कहा कि पिछले दिनों जो वीडियो सामने आया उसमें ऐसी कोई मंशा नहीं थी। मैं और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत आपस में बात कर रहे थे कि किस प्रकार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं। जबकि दौसा में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अनुबंध के तहत ईआरसीपी को लागू करने की बात भी कह दी थी।गौरतलब है कि कुछ दिन पहले केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का ईआरसीपी को लेकर दिया गया बयान चर्चा में रहा। उन्होंने कहा था राजेंद्र राठौड़ का राज ले आओ तो ईआरसीपी भी ले आएंगे।
यूनिवर्सिटी भर्ती घोटाले की जांच करवाएगी हमारी सरकार
राठौड़ ने कहा कि जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में हुए शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच अगर भाजपा सरकार आती है तो निश्चित तौर पर करवाएगी। कांग्रेस ने दशोरा कमेटी की सिफारिशों को ही नजरअंदाज कर नई कमेटी बना दी। जो कि शिक्षक भर्ती घोटाले बाजों को पनाह देने जैसा है।
कांग्रेस सिर्फ आंशिक राहत दे रही
राठौर ने कहा कि महंगाई राहत कैंपों के नाम पर कांग्रेस सिर्फ आंशिक राहत दे रही है। बिजली के बिलों एक तरफ राहत देकर दूसरी तरफ फ्यूल सरचार्ज के नाम पर बड़ी वसूली की जा रही है।
महिलाओं को मोबाइल के नाम पर खैरात बांटेगी सरकार
राठौड़ ने आरोप लगाया कि महिलाओं को स्मार्टफोन देने के नाम पर खैरात बाटी जा रही है। पहले एक करोड़ 33 लाख महिलाओं को स्मार्टफोन देने के लिए ढाई हजार करोड़ का बजट रखा। लेकिन आप कह रहे हैं कि सिर्फ 40 लाख महिलाओं को ही मोबाइल देंगे। यह बिल्कुल चुनावी खैरात की तरह ही है।
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