हनुमानगढ़ - विश्वास कुमार 
घग्घर में बढ़ रही पानी की आवक पर जिला कलक्टर ने ग्रामीणों से सतर्क रहने, बाढ़ के खतरे को ध्यान में रखकर सावधानी बरतने तथा व्यवस्थाओं को बनाने में प्रशासन का सहयोग करने की अपील की । जिला कलक्टर श्रीमती रूक्मणि रियार शनिवार को घग्घर के बहाव क्षेत्र पीरकामडिया, पन्नीवाली, शेरेकां, सायफन 629 हैड कि व्यवस्थाएं देखने पहुंची । जिला कलक्टर के साथ ही एसपी श्री सुधीर चौधरी ने तटबंधों की स्थिति का जायजा लिया तथा नियुक्त अधिकारियों से संसाधनों के बारे में पूछा। पन्नीवाली में एक अतिरिक्त मशीन की आवश्यकता को महसूस करते हुए तुरंत जिला कलक्टर ने एक अतिरिक्त मशीन की व्यवस्था की । 

जिला कलक्टर ने ग्रामीणों से कहा कि घबराने की आवश्यकता नहीं है, फिर भी हम सभी को सतर्क रहने की आवश्यकता है । जिस तरह से उत्तरी भारत में बाढ़ की परिस्थिति है, उसके अनुसार निचले क्षेत्रों के गांव में पानी का बहाव बढ़ने की संभावना है। धीरे-धीरे जलस्तर बढ़ रहा है तथा विपरीत परिस्थितियों के लिए मानसिक रूप से तैयार रहें तथा जितना जल्दी हो सके प्रभावित होने वाले बहाव क्षेत्र को खाली कर अपने रिश्तेदारों के यहां चले जाए। मैं आपसे अनुरोध करना चाहूंगी कि अगर बुजुर्ग, छोटे बच्चों, महिलाओं को सुरक्षित जगह पर शिफ्ट कर सकते हैं, तो करने का प्रयास करें अन्यथा इसमें हमारी मदद चाहिए तो हमारी ग्राउंड लेवल की टीम को बताए। हमने रिलीफ कैंप चिह्नित कर लिए हैं आप उनमें भी शिफ्ट हो सकते हैं, रिलीफ सेंटर में जाने के लिए बसों की व्यवस्था भी की गई है । आपके जो मवेशी हैं उन्हें हमने शिफ्ट करना शुरू कर दिया है। व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से रिलीफ सेंटर में जाने के लिए बसों की व्यवस्था की गई है।
पीरकामडिया में ग्रामीणों से संवाद करते हुए जिला कलक्टर और एसपी ने गांव द्वारा किए जा रहे प्रशासन के सहयोग के लिए प्रशंसा करते हुए कहा कि आपको यह लग रहा है कि घग्घर में पानी का लेवल तीव्र गति से नही बढ़ रहा है। लेकिन जिस तरह पंजाब के पटियाला, संगरूर, रोपड़ तथा चंडीगढ़ में पानी से नुकसान हुआ है, घग्घर में पीछे से बढ़ रही पानी की आवक को देखकर ओर अधिक सतर्कता जरूरी है जिला कलक्टर ने सभी व्यवस्था को चाक चौबंद करने के लिए अधिकारियो को निर्देश दिए। इस मौके पर एसडीएम स्वाति गुप्ता, नोहर एसडीएम श्री सत्यनारायण सुथार, तहसीलदार श्री हरीश टाक, श्रीमती उमा मित्तल सहित पुलिस प्रशासन सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे ।
सीईओ असीजा ने किया रिलीफ सेंटर का निरीक्षण
संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में अति संवेदनशील क्षेत्रों के लोगों को शिफ्ट करने के लिए 55 राहत केंद्र बनाए गए है । मसीतावाली व सिलवाला खुर्द में राहत शिविरों में व्यवस्थाओं को जांचने नोडल अधिकारी और सीईओ श्री अशोक असीजा पहुंचे। उन्होंने मौके पर पानी, बिजली, साफ सफाई और भोजन कि व्यवस्थाओं को जांचा और संवंधितोंको उचित दिशा निर्देश दिए।