28 जून 2022 को उदयपुर में हुए कन्हैयालाल हत्याकांड का मुद्दा एक बार फिर उठ गया है। एक दिन पहले शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह ने उदयपुर के गांधी मैदान में हुई सभा में इसका मुद्दा उठाया।शनिवार को दोपहर 12 बजे पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे इस हत्याकांड के अहम गवाह रावजी का हाटा स्थित बाबेल स्ट्रीट में रहने वाले राजकुमार शर्मा के घर पहुंचीं।
उन्होंने राजकुमार की पत्नी और बेटे से बातचीत की। यहां पूर्व सीएम ने परिवार को 1 लाख रुपए की सहायता दी और साथ ही उनकी बेटी की शादी का जिम्मा उठाने की बात कही। राजे ने बताया कि मैं यहां वास्तविक स्थिति देखने आई थीं और उनकी तबीयत जानने। जो भी मदद होगी हम करेंगे।
गौरतलब है कि इस मामले को दैनिक भास्कर ने प्रमुखता से उठाया था। बताया था कि कैसे इस हत्याकांड ने राजकुमार शर्मा से भी उनकी जिंदगी छीन ली। हत्याकांड से राजकुमार इतने खौफ और मानसिक तनाव में आ गए कि शरीर बेजान हो गया।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे तीन दिन से उदयपुर दौरे पर हैं। शनिवार को राजे मावली विधायक धर्मनारायण जोशी और भाजपा के अन्य पदाधिकारियों के साथ राजकुमार के घर पहुंची। गली के बाहर रास्ता संकरा होने से कार नहीं जा पा रही थी। ऐसे में राजे ऑटो से राजकुमार शर्मा के घर पहुंचीं।
यहां राजकुमार की पत्नी पुष्पा और बच्चों से मुलाकात की। पुष्पा ने बताया कि- बेटी 25 साल की हो गई है। सालभर पहले बेटी की शादी होनी थी, वो टल गई। हम इतने डरे हुए हैं कि बच्चों ने अपने घर के बाहर से नेम प्लेट जहां पिता का नाम लिखा होता था, उसे मिटा दिया है। अब वहां सिर्फ मेरा ही नाम है। साथ ही बताया कि बेटे को अच्छे से पढ़ाना चाहती थी, लेकिन अब ऐसी स्थिति हो गई कि बेटा घर चलाने के लिए 10 से 12 हजार रुपए की नौकरी कर रहा है।
राजे ने इस दौरान राजकुमार से भी बात की। राजकुमार ने बताया- इस हत्याकांड में उनका परिवार टूट चुका है। मैं अब न खड़ा हो सकता हूं, न बैठ सकता हूं। हालत खराब हो गई है। घर के बाहर जाने से भी डर लगता है।
सीएम ने मावली विधायक और स्थानीय नेताओं से पूछा नौकरी क्यों नहीं दी?
राजकुमार के परिवार से बातचीत के बाद पूर्व सीएम ने मावली विधायक और स्थानीय नेताओं से भी बातचीत की। उनसे इनके इलाज और नौकरी के बारे में जानकारी ली। इस पर मावली विधायक से राजे ने जब पूछा सरकारी नौकरी की बात हुई तो...।
इस पर उन्होंने जवाब दिया कि सरकारी नौकरी कन्हैया के बेटों को दी गई है। गवाह के बेटे को नहीं। इस दौरान साथ में मौजूद स्थानीय नेताओं ने राजकुमार शर्मा का घर बदलवाने की भी अपील की। उन्होंने बताया कि यदि परिवार को शहर से बाहर कहीं रहने का मकान मिल जाए तो बेहतर हो जाए।
राजकुमार शर्मा की पत्नी बोलीं- अच्छा लगा, किसी ने हमारी खबर तो ली
पूर्व सीएम की मुलाकात के बाद जब राजकुमार शर्मा की पत्नी पुष्पा से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि हमें अच्छा लगा कि किसी ने आकर तो हाल पूछा है। बेटे की सरकारी नौकरी और प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए मांग रखी थी, उन्होंने आश्वासन दिया है। मां की तरह आकर हमें संभाला है।
एक साल में तो इतनी समस्याएं थी कि किसी ने आकर हाल तक नहीं पूछा। दो-तीन दिन से हेल्प आना शुरू हुई है।
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