अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट।
अजमेर दक्षिण की जनप्रतिनिधि विधायक अनीता भदेल द्वारा दिनांक 10 जुलाई को एक सड़क उद्घाटन के सार्वजनिक प्रोग्राम में खुले मंच से आमजन के सामने राजस्थान की आम जनता द्वारा चयन किए गए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के प्रति अमर्यादित शब्दों का उपयोग कर जानबूझकर सर्वप्रिय एवं सर्व लोकप्रिय मुख्यमंत्री को अपमानित किया गया। यह पहला मौका नहीं है,पूर्व में भी कोविड-19 के समय इसने अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल कर मुख्यमंत्री को अपमानित किया था। जिसका मेरे व समाज के अन्य बंधुओं द्वारा विरोध प्रकट किया गया था। यह महिला आदतन अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर सिर्फ मुख्यमंत्री को ही नहीं बल्कि राजस्थान की आम जनता विशेषकर माली समाज का अपमान करती रही है।
निर्वाचित जनप्रतिनिधि विधायक यदि प्रदेश के मुखिया जो माली समाज से है को बार-बार बेइज्जत करें तो साधारण जनता से क्या अपेक्षा की जा सकती है?
यह भाषा इस जनप्रतिनिधि के सार्वजनिक जीवन ,व्यक्तिगत व्यवहार एवं इनकी शिक्षा पर भी सवालिया निशान लगाती है।
यह अपने आप को सनातन धर्म की एक पार्टी का प्रतिनिधित्व करना बताती हैं। पर सनातन धर्म तो सिर्फ मर्यादा और दूसरों का सम्मान करना ही सिखाता है।।
माली समाज के प्रतिनिधि के लिए आदतन अभद्र भाषा का प्रयोग करने वाली विधायक अनिता भदेल के खिलाफ समाज को पुलिस में एफ आई आर दर्ज करवा कर इनकी विधान सभा से सदस्यता समाप्त करवाइ जावे। ताकि भविष्य में कोई भी इस प्रकार की अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने की हिम्मत नहीं कर सके।
अनीता भदेल का यह कृत्य सिर्फ माली समाज का अपमान नहीं होकर राजस्थान की आम जनता का अपमान है कांग्रेस पार्टी अपने स्तर से आंदोलन कर रही है । सभी जवान- बुजुर्ग -युवा युवतियों- छात्र -छात्राओं सभी संगठित होकर भदेल का खुला विरोध करें ।समाज के सभी वर्गों- बुजुर्गों को चाहिए कि वे संगठित होकर पूरी ताकत के साथ विरोध प्रकट करना चाहिए। यह आंदोलन तब तक चलाया जाना चाहिए जब तक यह घमंडी औरत अपनी गलती मान कर माफी नहीं मांगती।
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