उदयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह की शुक्रवार को उदयपुर की सभा को लेकर बयानबाजी शुरू हो गई है। इधर, कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर शाह के कन्हैयालाल के हत्या के आरोपियों को एनआईए ने पकडऩे के बयान को लेकर राजनीति गरमा गई है वहीं कांग्रेस ने सभा को लेकर आदिवासियों का अपमान बताया। जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शाह पर निशाना साधते हुए बयान जारी किया।

अखिल भारतीय कांग्रेस संचालन समिति (सीडब्ल्यूसी) सदस्य व उदयपुर के पूर्व सांसद रघुवीर सिंह मीणा ने भाजपा पर आदिवासी समुदाय के अपमान करने का आरोप लगाया।

मीणा ने कहा कि उदयपुर में आरएसएस की 18 जून को हुई आदिवासी हुंकार रैली में बिपरजॉय तूफान की चेतावनी के बावजूद आदिवासियों को खुले में छोड़ दिया जबकि अमित शाह की रैली के लिये तीन-तीन डोम लगाए। मीणा ने कहा कि भाजपा का आदिवासियों के लिए बड़ी-बड़ी बातें करना और वास्तव में उन्हें सम्मान देने में जमीन-आसमान का फर्क है।

उदयपुर ग्रामीण विधानसभा के प्रत्याशी रहे डॉ. विवेक कटारा ने जारी किए एक बयान में कहा की एक सप्ताह पहले आरएसएस द्वारा निकाली गई रैली इसी गाँधी ग्राउंड में पहुंची तब ऐसे प्रबंध क्यों नहीं किए। कटारा ने सवाल किया की आदिवासियों के साथ इतना भेदभाव क्यों किया गया। कटारा बोले शाह के दौरे पर तो इतनी व्यवस्था की गई तो उस समय आदिवासियों की जान से क्यों खेला गया।

उदयपुर ग्रामीण के विधायक फूलसिंह मीणा ने शाह की सभा पर गहलोत के जारी बयान पर कहा कि गहलोत मुख्यमंत्री के साथ गृहमंत्री भी है और उदयपुर में इतना बड़ा हत्याकांड हो गया और पुलिस ने कन्हैयालाल की नहीं सुनी।

फूलसिंह ने कहा कि पुलिस ने कन्हैयालाल की एफआईआर भी दर्ज नहीं की और उस पर दबाव बनाया। गहलोत जवाब दें कि पुलिस ने कन्हैयालाल की अर्जी पर कार्रवाई क्यों नहीं की? उल्लेखनीय है कि अमित शाह ने सभा में कन्हैया हत्याकांड पर जो बोला उसको लेकर मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्वीट कर शाह पर निशाना साधा था।