चूरू ब्यूरो रिपोर्ट। 

जिले के रतननगर थाना के एक गांव में पिता से बदला लेने के लिए उसकी दो साल की मासूम बच्ची को अगवा कर दबंगों द्वारा हैवानियत करने का मामला सामने आया है। इसके बाद गांव की महिलाओं के सब्र का बांध टूट गया और दो साल की मासूम बच्ची को लेकर महिला थाने पहुंची। बच्ची की दादी की रिपोर्ट पर दो लोगों के खिलाफ आईपीसी और पॉक्सो की धाराओं में नामजद मामला दर्ज किया गया है।

महिला थानाधिकारी अरविंद भारद्वाज ने बताया कि रतननगर क्षेत्र के एक गांव की 50 वर्षीय महिला ने रिपोर्ट दी कि 25 जुलाई को वह अपनी बहू, दो साल की पोती और चार साल के पोते साथ घर पर थी। उसका 30 वर्षीय बेटा आईफ्लू से संक्रमित होने के कारण खेत में बनी ढाणी में रहता था। ताकि घर में दूसरा कोई संक्रमित नहीं हो। उसी दिन रात करीब नौ बजे उनके घर के सामने दो-तीन गाड़ियां आकर रूकी, जिनमें से कृष्ण सिंह, संदीप सिंह अपने हाथ में पिस्तौल लिए और सत्यवीर सिंह हाथ में लोहे का पाइप लिए हुए था। इनके साथ 10-12 अन्य लड़कों ने हाथ में लाठी-सरिये ले रखे थे। सभी जबरदस्ती उसके घर के अन्दर घुस आए, जिनमें से कृष्ण सिंह, सदीप सिंह और सत्यवीर सिंह उसके घर के आंगन में आ गए।

महिला की ओढ़नी खींचकर गले में लपेटी
50 वर्षीय महिला ने घर में घुसने से रोकना चाहा तो उन तीनों ने उसे धक्का देकर नीचे गिरा दिया और जबरदस्ती घर में घुस गए। उक्त लोग जोर-जोर से उसके बेटे का नाम लेकर उसे गालियां देने लगे। यह सुनकर उसकी बहू अपने कमरे से बाहर आई तो कृष्ण सिंह, सदीप सिंह और सत्यवीर सिंह उसकी बहू के साथ अश्लील हरकते करने लगे। जब उसने विरोध किया तो उसकी ओढ़नी कृष्ण सिंह ने खींचकर उतार कर संदीप सिंह की ओर फेंक दी, जिसे संदीप सिंह ने अपने गले के चारों तरफ लपेट लिया। आरोपियों ने कमरे में उसकी बहू के साथ जबरदस्ती करने का प्रयास किया। तभी शोर सुनकर दो साल की पोती जाग गई और रोने लगी।

बच्ची को उठाकर ले गए बदमाश
तब तीनों ने उसकी पोती को उठाकर ले गए और धमकी देकर गए कि इसके पिता को हमारे पास भेज देना वरना उसकी लड़की को जिन्दा नहीं छोड़ेंगे। इसकी सूचना 50 वर्षीय महिला ने अपने बेटे को दी और पोती की तलाश शुरू की। जब घर से कुछ दूर बने जोहडे़ के पास पहुंचे तो बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी तो उन्होने वहां जाकर देखा कि कृष्ण सिंह, संदीप सिंह और सत्यवीर सिंह ने बच्ची के सभी कपड़े उतार रखे थे। उसका मुंह बंद कर उसके साथ गन्दी हरकत करने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने शौर किया तो वे तीनों उसको वहीं छोड़कर अपनी सफेद रंग की पिकअप में बैठकर भाग गए।

पिता ने केस दर्ज करवाने की बात कही थी
घर लाकर बच्ची को संभाला को उसकी छाती पर चोट के निशान थे। तब उसके बेटे ने बताया कि सुबह इन लोगों के गांव में किसी आदमी के साथ झगड़ा किया था। तब उसने गांव में कहा था कि ऐसे लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया चाहिए। इसी बात का बदला लेने के लिए उन्होंने यह हरकत की है। रिपोर्ट में बताया कि अभी तक इन लोगों के भय के कारण मामला दर्ज करवाने नहीं आ सके। अब परिवार के लोग हमारे साथ होने पर मामला दर्ज करवाने आए हैं। इन लोगों का गांव में इतना भय है कि कोई इनके विरुद्ध बयान देने से डरता है।