जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

विधानसभा में संगठित अपरा​धों पर नियंत्रण विधेयक (राकोका) पर बहस के दौरान नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने जमकर तंज कसे। धारीवाल ने फोन टेपिंग को लेकर इशारों में बीजेपी नेताओं पर हमला बोला। इस दौरान सचिन पायलट की बगावत के वक्त फोन टेपिंग और देशद्रोह के मुकदमाें का जिक्र छिड़ गया। राठौड़ ने पायलट पर दर्ज हुए राजद्रोह के केस का भी जिक्र करते हुए सरकार पर तंज कसे।

बिल पर बहस से लेकर संसदीय कार्यमंत्री धारीवाल के जवाब के दौरान कई मौके ऐसे आए ज​ब फोन टेपिंग और पायलट मुद्दे पर वार-पलटवार हुए। नेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने जब बिल में फोन टेपिंग के प्रावधानों को लेकर कमेंट किया तो धारीवाल ने कहा- फोन टेपिंग का तो बड़ा लंबा किस्सा है। कई बार कह चुके हैं। उन बातों को याद मत दिलाओ, याद दिलाओगे तो फंस जाओगे, फंसे पड़े हो।

पायलट पर राजद्रोह का मुकदमा करवाते हो और हमसे आंख लड़ाते हो?
नेता प्रतिपक्ष ने धारीवाल पर तंज कसते हुए कहा- आप चार-चार टेप लेकर आए थे, कहां से आए थे वो टेप? कैसे करवा दिया था मुकदमा। पायलट पर आपने कैसे मुकदमा करवाया? उनको आप पास में लेकर बैठे हो। पायलट पर राजद्रोह का मुकदमा करवाते हो और हमसे आंख लड़ाते हो। इसके बाद धारीवाल बिल के प्रावधानों पर उठाई गई आपत्तियों का जवाब देने लगे।

धारीवाल ने कहा कि भारतीय टेलीग्राफ एक्ट के प्रावधानों को सुप्रीम कोर्ट ने भी महाराष्ट्र सरकार बनाम शांतिलाल शाह के केस में दिए फैसले में वैध घोषित किया है। इसमें इंडियन टेलीग्राफ एक्ट और इंडियन एविडेंस एक्ट में कोई विरोधाभास नहीं है।

फोन टेपिंग में हाईकोर्ट ने आपके खिलाफ फैसला दिया है
धारीवाल के जवाब के बीच ही राठौड़ ने कहा- फोन टेपिंग को लेकर हाईकोर्ट का लेटेस्ट फैसला आपकी सरकार के खिलाफ गया है। शशिकांत वाले मामले में रेवेन्यू बोर्ड में आपने फोन टेप करवाए थे। जिस आधार पर गिरफ्तारियां की थीं, आईजी को आपने सक्षम अथॉरिटी मानकर फोन टेप करवाए थे, हाईकोर्ट ने उन सारे फोन टेप को सबूत मानने से ही इनकार कर दिया है। इस पर जलदाय मंत्री महेश जोशी ने कहा कि इससे नुकसान किसका है राठौड़ साहब। जो आपके बस की बात है, वह मेरे बस की भी है।

जोगेश्वर गर्ग बोले- आपकी सरकार के अवैध फोन टेप भी संगठित अपराध में आएंगे
बिल पर बहस के जवाब के दौरान बीजेपी विधायक दल के सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने कहा- आपकी सरकार ने जो अवैध तरीके से फोन टेपिंग किए हैं, क्या वह संगठित अपराध के दायरे में आएंगे। इस पर धारीवाल ने जवाब में कहा— गर्ग साहब, यह फोन टेपिंग का मामला काफी उठ चुका है। आप भी मन में खूब जानते हो, क्यों हमसे मुंह पर कहलवाना चाहते हो। अपराधी भी आप ही की पार्टी के लोग हैं।

रघु शर्मा और राठौड़ ने एक-दूसरे पर कसे तंज
बिल पर बहस के दौरान यूनिवर्सिटी के दिनों के दोस्त कांग्रेस विधायक रघु शर्मा और राठौड़ ने भी एक-दूसरे पर तंज कसे। राठौड़ बिल पर बोल रहे थे, उसी वक्त उन्होंने यूनिवर्सिटी के दिनों में हुए मुकदमे की तरफ इशारा किया। रघु शर्मा ने कहा- उस लिस्ट में आप भी थे और मैं भी था। वो सारी लिस्ट है मेरे पास, आप और मैं अलग नहीं थे।

राठौड़ बोले- आपको कुचक्र में फंसा कर जिन लोगों ने गुजरात भेजा था,मैं उन्हीं खिलाफ बोल रहा हूं
राजेंद्र राठौड़ ने रघु शर्मा पर तंज कसते हुए मजाकिया लहजे में कहा- सभापति महोदय, यह मेरा कैसा दुर्भाग्य है, मैंने आस्तीन में कैसे दोस्त पाले हैं? आप देखो तो सही, अपनी भी जांघ उघाड़ रहे हैं और मेरी भी उघाड़ रहे हैं। इस पर सभापति राजेंद्र पारीक ने चुटकी लेते हुए कहा- सदन का कोई सौभाग्य की ऐसी अद्भुत जोड़ी को देख रहे हैं।

राठौड़ ने कहा- केकड़ी से आने वाले विधायक, आपसे बहुत सहानुभूति है। आपको कुचक्र में फंसा कर जिन लोगों ने गुजरात भेजा था, मैं उन्हीं के खिलाफ बोल रहा हूं। सभाापति मेरा एक दोस्त तो दुनिया से चला गया, अब कुछ ही दोस्त बचे हैं, मैं इनसे उम्र में बड़ा हूं तो इनका ध्यान मुझे ही रखना पड़ेगा। आप जिसे यूनिवर्सिटी में बाबा-दादा कहते थे, वह अभी मरा नहीं है जिंदा है, छह फीट दो इंच का आपके सामने खड़ा है।