सुबह-सवेरे एक साथ कई मकान भरभराकर धराशायी हो गए। आसपास के मकानों में दरारें आ गई हैं। कई अन्य मकानों को प्रशासन ने खाली करा लिया है। फिलहाल किसी तरह की कैजुएल्टी की सूचना नहीं है। मामला अजमेर का है। यहां के सुंदर विलास कॉलोनी और ब्रह्मपुरी कॉलोनी में दहशत का माहौल है। वहां के लोगों का कहना है कि आनासागर झील के एस्केप चैनल से की जा रही पानी निकासी से मकानों में सीलन आ रही है। इससे नींव कमजोर हो रही है। इसी वजह से तमाम मकानों के गिरने की आशंका गहरा गई है। कई मकान और उनके कुछ हिस्से गिर भी गए हैं।
इस बीच, नगर निगम ने 26 मकान मालिकों को नोटिस थमाया है। आरोप है कि अतिक्रमण कर मकान बनाए गए हैं। एस्केप चैनल के एरिया में लोगों ने बिल्डिंग बना ली। आनासागर झील का वाटर लेबल बढ़ गया है। वहां से पानी की निकासी एस्केप चैनल से की जा रही है। उसकी जद में आने वाले मकानों पर खतरा मंडरा रहा है।
मकानों की नींव कमजोर हो रही
सुंदर विलास कॉलोनी के गली नंबर-1 के रहने वाले गौरीशंकर भार्गव के बेटे नितिन भार्गव कहते हैं- गुरुवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे की बात है। हमारा पूरा परिवार घर के आगे के हिस्से में बैठा था। इतने में धमाके जैसी आवाज आई। हमलोग घबरा गए। जब तक कुछ समझ पाते, हमारे घर का पिछला हिस्सा धराशायी हो चुका था। मेरा मकान पिता गौरी शंकर के नाम पर है। पड़ोस में ही ईश्वर सिंह जी का मकान है। वह पूर्व राजस्व अधिकारी हैं। उनका और हमारा मकान जॉइंट है। ईश्वर सिंह के मकान का भी हिस्सा गिरा है। फिलहाल उनके मकान में कोई नहीं रह रहा है। वह बंद है। एस्केप चैनल से आनासागर का पानी छोड़ा जा रहा है। उसी का नतीजा है कि मकानों की नींव कमजोर हो रही है और इस तरह के हादसे हो रहे हैं।
एस्केप चैनल बंद
नगर निगम की उपायुक्त दिव्या चौधरी ने कहा- घटना की सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंच गई थी। राहत कार्य शुरू करा दिया गया था। निगम प्रशासन ने एहतियात के तौर पर फिलहाल एस्केप चैनल को बंद कर दिया है। जिन मकानों का कुछ हिस्सा गिरा है, उसके आसपास के 12 और मकानों को चिह्नित किया गया है। 26 मकान मालिकों को नोटिस देकर उनसे मकान से जुड़े कागजात मांगे गए हैं। निगम की ओर से इनको जल्द से जल्द अपने मकान खाली करने की चेतावनी दे दी गई है।
पीछे का हिस्सा एस्केप चैनल में गिरा
सुंदर विलास गली नंबर 2 निवासी हरीश सोनी ने बताया कि गुरुवार सुबह सभी अपने घरों में थे। 8 बजकर 30 मिनट पर अचानक से जोरदार धमाका हुआ। क्षेत्र के सभी लोग घरों से बाहर आ गए। बाहर आने के बाद पता चला कि 2 मकानों के पीछे का हिस्सा एस्केप चैनल में जा गिरा है।
कुछ लोगों ने खाली किया घर
सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। सुंदर विलास गली नंबर-2 में ही रहने वाले हरीश ने बताया- धमाके के बाद से लोगों में दहशत का माहौल है। कुछ लोग घर खाली कर रहे हैं तो कुछ लोग अभी घरों में ही हैं। एस्केप चैनल की दीवार में छेद हो गए हैं। इससे लगातार पानी आने की समस्या बनी हुई। इससे घरों की नींवों में पानी जा रहा है और सीलन से दीवारों के कमजोर होने से ही यह हादसा हुआ।
मेयर का घेराव किया
जैसे ही मेयर बृजलता हाड़ा मौके का जायजा लेने पहुंचीं तो स्थानीय निवासियों ने स्मार्ट सिटी और निगम अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। गुस्साए लोगों ने मेयर का घेराव करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। लोगों का कहना था कि अधिकारी बारिश आने से पहले ही यहां जांच कर लेते तो आज की घटना से हुए नुकसान को बचाया जा सकता था।
नगर निगम मेयर बृजलता हाड़ा ने कहा- क्षेत्रवासियों की ओर से भ्रष्टाचार के आरोप के चलते स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को जल्द ही बुलाकर एक मीटिंग की जाएगी।
साथ ही आज की घटना को लेकर भी सवाल किए जाएंगे।
एस्केप चैनल से सटे मकानों को चेतावनी
नगर निगम प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि जिन लोगों के मकान एस्केप चैनल की दीवार से सटे हैं वे मानसून के दौरान अपने मकान की दीवारों को दुरुस्त करा लें। निगम के उच्च अधिकारी पूरी घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं। एस्केप चैनल को फिलहाल बंद कर दिया गया है। जेसीबी और पोकलेन मशीन से मलबा हटाने का कार्य जारी है।
धर्मशाला में किया जा रहा शिफ्ट
घटना की सूचना मिलने के बाद एडीएम राजेन्द्र सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने हालात का जायजा लिया। एडीएम कहते हैं- एस्केप चैनल से लगते हुए जो मकान जर्जर हैं, उनको खाली कराने की अपील की है। ये मकान कभी भी गिर सकते हैं। यहां से लोगों को माली धर्मशाला में शिफ्ट किया जा रहा है। धर्मशाला प्रबंधन ने निशुल्क व्यवस्था की है। एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर है। किसी भी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई है।
नगर निगम थमा रहा नोटिस
हादसे से लोग सहमे हुए हैं। प्रशासन पर ही लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। अब निगम ने मौके पर ही कॉलोनी निवासियों को नोटिस थमाने शुरू कर दिए हैं। एस्केप चैनल के पास बने मकानों को अतिक्रमण मानते हुए 26 मकानों को नगर निगम ने नोटिस देकर दस्तावेज पेश करने के लिए कहा है। लोगों का कहना है कि वे सालों से यहां रह रहे हैं। आज जब हादसा हुआ तो निगम को अतिक्रमण याद आ रहा है। इतने दिनों तक नगर निगम के अफसर कहां थे?
नगर निगम कमिश्नर सुशील कुमार ने कहा- अतिक्रमण करके यहां एस्केप चैनल की दीवार पर घर बना लिए गए हैं। इसी के चलते करीब 26 मकान मालिकों को नोटिस दिए गए हैं। इसे लेकर निगम की कार्रवाई जारी है। हादसे की सूचना मिलते ही टीम यहां पहुंच गई थी और मलबे को हटाने का काम किया जा रहा है। आगे भी मकानों को चिह्नित कर नोटिस जारी किए जाएंगे।
ब्रह्मपुरी क्षेत्र में भी मकान की दीवार ढही
ब्रह्मपुरी क्षेत्र में भी गुरुवार को ही एक मकान की दीवार ढहने से लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। क्षेत्रवासियों ने पूर्व भाजपा शहर अध्यक्ष अरविंद यादव के नेतृत्व में नगर निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। यादव का कहना है कि नगर निगम और स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने ब्रह्मपुरी से गुजर रहे एस्केप चैनल की दीवारों की मरम्मत समय पर नहीं कराई। नाले की सफाई के नाम पर इसकी दीवारों को तोड़ दिया। इसे अब तक नहीं बनाया गया है।
बरसात से पहले ही आनासागर का पानी एस्केप चैनल के जरिए खाली करना था। निगम ने बरसात के मौसम के दौरान ही इसके चैनल के गेट खोल दिए। इसका नतीजा यह हुआ कि पिछले कई दिनों से ब्रह्मपुरी क्षेत्र की गलियों में बरसात का पानी भर गया। कई मकान इसी लापरवाही के चलते जर्जर हो चुके हैं। एक परिवार तो इस कारण कई दिनों से अपने रिश्तेदार के यहां रह रहा है।
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