कोटा ब्यूरो रिपोर्ट। 

कोटा से उदयपुर जा रही रोडवेज बस के ड्राइवर काे बिजाैलिया में हार्ट अटैक आ गया। गुरुवार सुबह करीब 11:30 बजे बस काे बिजाैलिया में स्टैंड पर खड़ी की ही थी कि सीने में दर्द उठा और माैत हो गई। 56 वर्षीय राजेंद्र गोचर काेटा में ही छावनी बंगाली काॅलोनी में रहते थे। वे राजस्थान स्टेट रोडवेज एम्पलाइज यूनियन के संभागीय अध्यक्ष थे।

कोटा से उदयपुर जाने वाली रोडवेज बस को लेकर राजेंद्र गोचर गुरुवार सुबह रवाना हुए। बिजाैलिया में बस खड़ी कर रहे थे कि वे स्टेयरिंग पर गिर गए। सवारियों व कंडक्टर दिनेश कुंभकार ने उन्हें संभाला। कंडक्टर ने स्टार्ट बस बंद की। अस्पताल में डाॅक्टर ने मृत घोषित कर दिया। उनके परिवार में पत्नी, दो पुत्र व एक पुत्री है। काेटा डिपाे मैनेजर अजय मीणा ने बताया कि सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर, ड्राइवर व स्टाफ के सात सदस्य बिजाैलिया गए। वहां सीएचसी में पाेस्टमार्टम हुआ। डाॅ. मनीष सक्सेना के अनुसार राजेंद्र गोचर की माैत का कारण साइलैंट अटैक रहा।

आंखों-देखी... कंडक्टर बोला- बस स्टैंड पर पहुंची ही थी कि उन्होंने सिर स्टेयरिंग पर टिका दिया, पलभर में मौत

राजू भाई खुशमिजाज व्यक्ति थे। गुरुवार काे भी हम साथ निकले थे। बस में करीब 40 सवारियां थीं। रास्ते में केबिन में बैठे यात्रियाें से बात करते चल रहे थे। बिजाैलिया स्टैंड पर करीब 11.30 बजे अचानक केबिन में बैठे यात्री चिल्लाने लगे। मैंने देखा तब स्टेयरिंग पर उनका सिर टिका था और मुंह से खून आ रहा था। यात्री सहला रहे थे व बस स्टार्ट थी। उनकी स्थिति देखकर मेरे हाथ-पैर फूल गए। उन्हें पास के निजी अस्पताल लेकर गया। डाॅक्टर ने मृत बता दिया, लेकिन मेरा दिल नहीं मान रहा था। आखिर, ऐसा कैसे हाे सकता है? यात्रियाें के सहयाेग से सरकारी अस्पताल ले गए। वहां डाॅक्टर्स ने माैत की पुष्टि कर दी। - कंंडक्टर दिनेश कुंभकार 

डेढ़ महीने पहले मनाई थी शादी की सालगिरह

राजेंद्र ने डेढ़ महीने पहले शादी की सालगिरह मनाई थी। घर पर ही उन्होंने पत्नी के साथ केक कटा था। बेटे तिरण ने बताया कि पिता ने परिवार के साथ घूमने जाने का प्लान बनाया था। हमारा परिवार उदयपुर से फ्लाइट पकड़कर पुणे होते हुए गोवा जाने की तैयारी कर रहा था।

तीन रोडवेज ड्राइवर्स की एक साल में इस तरह माैत

राजेंद्र सहित रोडवेज के काेटा डिपाे के तीन ड्राइवर की इस साल में आकस्मिक माैत हो गई। दो ड्राइवर ताे स्टेयरिंग पर ही गिर पड़े। एक ड्राइवर ड्यूटी से घर लाैटे ही थे कि हार्ट अटैक आ गया।

कोटा के संजयनगर निवासी महेश साहू (52) जयपुर से बस लेकर आए थे। नयापुरा स्टैंड पर खड़ी कर रहे थे कि स्टेयरिंग पर ही माैत हो गई। कोटा के ओमप्रकाश भटनागर (55) देवास से बस स्टैंड अाए। घर पहुंचते हुए अटैक आ गया।

दरअसल, रोडवेज में कर्मचारियाें काे समय पर आराम व वेतन तक समय पर नहीं मिल रहा। ड्राइवर से 8 की जगह 12-12 घंटे की ड्यूटी ली जा रही है। साप्ताहिक अवकाश भी नहीं मिलता। रोडवेज एम्पलाइज यूनियन के प्रदेश सचिव राजूलाल सिंधी ने बताया कि मई व जून का वेतन तक अभी तक बाकी है। काेटा डिपाे में ड्राइवर के 104 में से 37 पद रिक्त हैं। ट्रैफिक मैनेजर गजेंद्र गहलोत के अनुसार 22 ड्राइवर अनुबंध पर हैं। तब भी 15 की कमी है।