जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने ​जीतने की क्षमता वाले उम्मीदवारों की जगह अपने बेटे-बेटियों को टिकट की पैरवी करने वाले नेताओं पर निशाना साधा है। रंधावा ने कहा- पार्टी के कार्यकर्ता को आगे बढ़ाने की भावना कहां से लेकर आओगे। आप तो मरे जाते हैं कि मेरे बेटे को टिकट नहीं दिया तो जहर खा लूंगा। जो दूसरा वर्कर है उसका टाइम कब आएगा? रंधावा कांग्रेस मुख्यालय जयपुर में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में बोल रहे थे।

रंधावा ने कहा- अगर किसी लीडर का बेटा कैपेबल है तो आ जाए और अगर कैपेबल नहीं है तो हम कांग्रेस को बर्बाद नहीं होने देंगे। आज कोई जिला अध्यक्ष है, उपाध्यक्ष है तो आप भी एमएलए बन सकते हैं। जब आप अपनी कैपेबिलिटी दिखाओगे तो आप भी बन सकते हो। मेरे पिताजी पंजाब कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष थे, लेकिन जब मुझे टिकट दिया तो वे चुनाव नहीं लड़े। उन्होंने साफ कहा था कि बेटे को टिकट ​दे दिया तो मैं चुनाव नहीं लड़ सकता, फिर दूसरे वर्कर को मौका कैसे मिलेगा? उस भावना की जरूरत है।

मुझे सीएम नहीं बनाया तो क्या कांग्रेस छोड़ देता?

रंधावा ने कहा- कांग्रेस हर वर्कर को सम्मान देती है। मुझे डिप्टी सीएम बनाया, मैं सीएम नहीं बना तो क्या कांग्रेस छोड़ दूं। दूसरा सीएम बना तो मैंने जमकर उसकी मदद की, उसका सहयोग किया। मैं चला जाता कि मेरे को नहीं बनाया तो मैं काम नहीं करूंगा, ऐसा थोड़ी होता है। कांग्रेस ने हमें क्या नहीं दिया?

विधायकों की तरफ ही देखते रहे तो कांग्रेस जिंदा नहीं रहेगी

रंधावा ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से कहा- डोटासराजी, हमें आदत डालनी पड़ेगी, अगर यहां बैठे संगठन के लोगों का सम्मान होगा तभी कांग्रेस जिंदा रहेगी। अगर हम एमएलए की तरफ देखते रहे तो कांग्रेस जिंदा नहीं रहेगी। एक बार हार गए तो दूसरी बार किसी और को टिकट मिलेगा। ये तो हमारे पास ही रहेंगे। ये तो हमारे योद्धा हैं। संगठन में बहुत लोग हैं। इनमें से केवल पांच फीसदी ने ही आकर कहा होगा कि हमें मंत्री विधायक या चेयरमैन बना दो। संगठन के 95 फीसदी नेता पार्टी के लिए ही काम करना चाहते हैं। मेरे मन में ऐसे लोगों के प्रति इतना सम्मान है कि जब मौका आएगा तो मैं इन्हें जरूर कुछ न कुछ पद दिलाकर सम्मान दिलाऊंगा।

आज के नेता गाड़ी से नहीं उतरते, माइंडसेट चेंज करें, लोगों से मिलें

रंधावा ने कहा- डिस्ट्रिक्ट प्रेसिडेंट को एक बात कहना चाहता हूं आप किसी के नहीं हो, आप कांग्रेस के हो, यह कसम खाकर जाइए। आप भेदभाव नहीं रखेंगे, आपके लिए सब बराबर हैं। माइंडसेट थोड़ा चेंज करना पड़ेगा। पुराने नेताओं को लोग क्यों याद करते हैं, क्योंकि वे हर आदमी से मिलते थे। अब तो लीडर गाड़ी से भी नहीं उतरते, कहते हैं गर्मी है। लोगों के बीच जाकर उनसे मिलना होगा, उनसे लगातार संपर्क रखना होगा। जो नेता लोगों से नहीं मिलता, वह कामयाब नहीं हो सकता।

सबको पड़ोस में भगत सिंह चाहिए, खुद के घर में नहीं

रंधावा ने कहा- पंजाब में सब कहते हैं भगत सिंह पैदा होना चाहिए, लेकिन मेरे घर में नहीं पड़ोस वाले घर में पैदा होना चाहिए। जब तक यह नहीं कहेंगे कि मेरे घर में भगत सिंह आएगा, तब तक पार्टी मजबूत नहीं होगी। वह ऐसे कर रहा है, वह यह कर रहा है, इससे काम नहीं चलेगा। एक दूसरे पर आरोप लगाने से काम नहीं चलता है, काम करना पड़ता है।

सरकार नहीं बनी तो कोई नहीं पूछेगा

रंधावा ने कहा- कांग्रेस जिंदा है तभी आप जिंदा हैं। सरकार बनेगी तभी आपको कोई पूछेगा। सरकार नहीं बनेगी तो कोई नहीं पूछेगा। जो ​विपक्षी पार्टी के किसी नेता के साथ मिल कर चलते हैं उनका भी ध्यान रखिए। जो कांग्रेस की बात नहीं करता, जो डरता है वह चाहे चला जाए। कांग्रेस में वही रहेगा, जो कांग्रेस की सेवा करेगा। कोई अगर कांग्रेस के खिलाफ बात कर रहा है, उसको निकालना हो तो निकाल दीजिए।