अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट। 

राजस्थान के भरतपुर में बुधवार को बीजेपी नेता की हत्या के आरोपी की गोलियों से भूनकर हत्या के बाद प्रदेश की सबसे सुरक्षित हाई सिक्योरिटी जेल सहित राजस्थान की सभी सेंट्रल जेल की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है।

गैंगवार को देखते हुए हार्डकोर अपराधियों की पेशी को 100 प्रतिशत ऑनलाइन करवाने को लेकर पुलिस के आला अफसरों और संबंधित कोर्ट के बीच चर्चा शुरू हो गई है।

इससे आगे किसी तरह का गैंगवार ना हो। माना जा रहा है कि जल्द कोर्ट से वार्ता सफल होने के बाद ऑनलाइन पेशी के आदेश जारी हो सकते हैं।

दरअसल, बुधवार को बीजेपी नेता कृपाल जघीना हत्याकांड के आरोपी कुलदीप और उसके साथी विजयपाल को पुलिस बस से पेशी के लिए भरतपुर कोर्ट ले जाया जा रहा था।

बस जब अमोली टोल प्लाजा पर रुकी तो वहां मौजूद दो बदमाश बस में चढ़े। उन्होंने पुलिसकर्मियों की आंखों में मिर्ची डाल दी। इसके बाद करीब 15 राउंड फायर कर कुलदीप की हत्या कर दी। इस दौरान विजयपाल घायल हो गया। दोनों आरोपी सेंट्रल जेल में बंद थे। घटना में दो पैसेंजर को भी गोली लगी है।

ऑनलाइन पेशी को लेकर चर्चा हुई शुरू

कोर्ट में पेशी के लिए ले जाने के दौरान भरतपुर में हुई घटना के बाद से प्रदेश भर के पुलिस अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है। इस घटना से सबक लेते हुए पुलिस अफसरों के द्वारा हार्डकोर अपराधियों की कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पेशी को लेकर संबंधित कोर्ट से चर्चा की जा रही है। जिससे कि इस तरह का गैंगवार आगे ना हो।

साथ ही प्रदेश की सबसे सुरक्षित हाई सिक्योरिटी जेल और राजस्थान की सभी सेंट्रल जेल में सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। माना जा रहा है कि पुलिस अफसरों और संबंधित कोर्ट से वार्ता सफल होने के बाद जल्द ही हार्डकोर अपराधियों की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंस से कराने के आदेश जारी हो सकते हैं। जिससे कि इस तरह की घटना आगे ना हो।

हाई सिक्योरिटी जेल अधीक्षक पारस जांगिड़ ने बताया कि भरतपुर में हुई घटना के बाद हाई सिक्योरिटी जेल की सुरक्षा को बढ़ा दिया है। हार्डकोर अपराधियों की ऑनलाइन पेशी को लेकर संबंधित कोर्टों से चर्चा की जा रही है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है 100 प्रतिष पेशियां वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हो, ताकि कैदियों का जेल से आवागमन रुक सके और इस तरह की घटना आगे ना हो।

180 से ज्यादा हार्डकोर अपराधी हाई सिक्योरिटी जेल में बंद

प्रदेश की सबसे सुरक्षित हाई सिक्योरिटी जेल में वर्तमान में 180 से ज्यादा हार्डकोर अपराधी बंद है। जिसमें जगन गुर्जर, राजू फौजी, कन्हैया लाल हत्याकांड के सभी आरोपी सहित कई हार्डकोर अपराधी इस जेल में सजा काट रहे।