जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

 कर्नाटक में आचार्य काम कुमार नंदी की हत्या पर समाज में रोष

कर्नाटक के बेलगांव के चौकड़ी गांव में हुई आचार्य काम कुमार नंदी महाराज की हत्या को लेकर सकल जैन समाज में रोष व्याप्त है। संतों के साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर समाजबंधुओं ने आंदोलन शुरू कर दिया है। सकल जैन समाज ने दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने की मांग की है। जयपुर शहर में राजस्थान जैन सभा की ओर से मंगलवार को विशेष बैठक बुलाई कर आंदोलन की घोषणा की गई।

राजस्थान जैन सभा के अध्यक्ष सुभाष चंद्र जैन और महामंत्री मनीष्क बैद ने बताया कि सभा ने सकल जैन समाज के तीर्थ और संतों की सुरक्षा की मांग को लेकर राज्यपाल कलराज मिश्र को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें कहा कि स्पेशल पुलिस टास्क फोर्स के माध्यम से गंभीरता से जांच कराकर सभी अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार करवाया जाए। अपराधियों के खिलाफ सरकार 5-6 सप्ताह के अंदर चार्ज शीट दाखिल करे और फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से अपराधियों पर मुकदमा चलवाकर उन्हें शीघ्र मृत्युदंड की सजा दिलाई जाए।

इसके अलावा सिर्फ कर्नाटक या महाराष्ट्र में ही नहीं, बल्कि देश में यह अध्यादेश लागू किया जाए। देश में जहां कहीं जैन साधु विहार करे उनकी सुरक्षा स्थानीय पुलिस द्वारा की जाए। गौरतलब है कि घटना कर्नाटक राज्य के बेलगांव जिले के चिकड़ी गांव के तीर्थ स्थल पर आचार्य काम कुमार नंदी के साथ हुई। उनके शरीर के छोटे-छोटे टुकड़े कर बोरे में भरकर बोरवेल में डाल दिया गया और तीन दिन बाद उनके शरीर के टुकड़े मिले।

राजनीतिक पार्टी स्थापित कर चुनाव में उतरे जैन समाज : क्रांतिवीर मुनि प्रतीक सागर
वहीं क्रांतिवीर मुनि प्रतीक सागर महाराज ने भिंड में मंगलवार को आयोजित विनयांजलि सभा में सरकार को चेतावनी दी है। मुनिश्री प्रतीक सागर ने नेमिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में विनयांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अब समय आपस में लड़ने का नहीं है। एक-दूसरे के साथ कंधे से कंधा व कदम से कदम मिलाकर चलने का है। तीर्थ और धर्म, संतों की रक्षा का प्रण लेने का है।

प्रतीक सागर ने मांग की है कि केंद्र सरकार देश के सभी जैन तीर्थ और जैन संतों की सुरक्षा के लिए विशेष आदेश पारित करें। संत हमारी देश की धरोहर है, उन्हें संभालना और सुरक्षा प्रदान करना हमारा नैतिक कर्तव्य है। सरकार अगर तीर्थ की रक्षा और संतों की रक्षा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाती है, तो संपूर्ण भारतवर्ष का जैन समाज चुनावी समय में अपनी ताकत दिखाएगा।

मुनिश्री ने कहा कि जैन समाज को तैयारी करना चाहिए। 2023 के विधानसभा और 2024 के लोकसभा के चुनाव में सारे देश में राजनीतिक पार्टी स्थापित कर अपने लोगों को चुनाव में उतारे। समाजबंधुओं को चाहिए कि वे खुद के मंदिर की राजनीति से उठकर राज्यसभा और लोकसभा की राजनीति में अपना हस्ताक्षेप करे, क्योंकि देश िक 36% जीडीपी जैन समाज भरता है और हर सामाजिक कार्य और राष्ट्र निर्माण में सहयोगी बनता है।