कोटा ब्यूरो रिपोर्ट। 

हाड़ौती संभाग के दो दिग्गज कांग्रेसी नेताओं के समर्थकों की लड़ाई में कांग्रेस विधायक भरत सिंह खुलकर सामने आए हैं। अपने समर्थक कांग्रेस मंडल अध्यक्ष महावीर मीणा की ओर से दर्ज मामले में कार्रवाई नहीं होने से खफा सांगोद विधायक और पूर्व मंत्री रहे भरत सिंह कुंदनपुर ने एक बार फिर अपनी ही सरकार और सूबे के मुखिया के खिलाफ प्रदर्शन करने ऐलान किया है।

भरत सिंह ने कोटा रेंज आईजी को पत्र लिखकर विधानसभा सत्र के पहले दिन यानी 14 जुलाई को राज्य के गृह मंत्रालय के खिलाफ प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।आईजी को लिखे पत्र में भरत सिंह ने राज्य के गृह मंत्री (अशोक गहलोत) पर आरोप लगाते हुए लिखा है कि- महावीर मीणा व अन्य लोगों ने सीमल्या थाने में एक मामला दर्ज करवाया था।

इसमें 'भाया' के प्रभाव में आकर पूर्व सरपंच प्रियंका नन्दवाना की मदद की जा रही है और जांच में बाधा पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने लिखा कि पूरे मामले की जानकारी डीजीपी, एडीजीपी ,सीआईडी/सीबी और गृह मंत्री राजस्थान को है। इस प्रकरण की पत्रावली एडीजी, सीआईडी/सीबी जयपुर में मंगवाकर जांच में विलंब पैदा किया जा रहा है।

यह था मामला

कुछ महीने पहले पलायथा की पूर्व सरपंच और कांग्रेस नेता प्रियंका नन्दवाना ने सीमल्या कांग्रेस मंडल अध्यक्ष महावीर मीणा समेत तीन अन्य के खिलाफ खान के कर्मचारियों को धमकाकर 50 हजार रुपए मासिक बंधी मांगने, मारपीट व धक्का-मुक्की के दौरान छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दी थी। प्रियंका नन्दवाना मंत्री प्रमोद जैन 'भाया' के खेमे से हैं।

वहीं सीमल्या कांग्रेस के मंडल अध्यक्ष महावीर मीणा कराड़िया ने भी थाने में शिकायत दी थी। जिसमें पूर्व महिला सरपंच प्रियंका नन्दवाना समेत 10-15 अन्य लोगों पर लाठियों व हथियारों से हमला करने व जातिसूचक शब्दों से गाली गलौच करने का आरोप लगाया था। दोनों की शिकायत पर पुलिस ने क्रॉस केस दर्ज किया था। इसी मामले में भरत सिंह आगामी विधानसभा सत्र के पहले दिन एससी-एसटी समर्थकों के साथ विधानसभा पर प्रदर्शन करेंगे।