करौली ब्यूरो रिपोर्ट। 

हिंडौन शहर से होकर गुजर रहे राहगीरों के साथ क्षेत्रवासियों के लिए 8 साल में झारेडा रोड स्थित बाईपास पर नवनिर्मित रेलवे ओवरब्रिज तैयार हो चुका है। उद्घाटन के लिए मंत्री-विधायक की ओर से निश्चित तिथि मिलने का इंतजार है। आरएसआरडीसी की ओर से राज्य सरकार को उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया गया है।

राज्य सरकार की ओर से झारेडा रोड स्थित बाईपास पर नए आरओबी निर्माण के लिए 31.35 करोड़ रुपए के बजट मंजूर होने पर आरएसआरडीसी की निगरानी में 2015 में रेलवे ओवरब्रिज निर्माण कार्य का शुरू हुआ। निर्माण की अवधि 2 साल रखी गई। जिसमें 2017 में रेलवे ओवरब्रिज तैयार होना था। दोनों तरफ रैम्प के मध्य गर्डर डालने के लिए इसी वर्ष रेलवे ने स्वीकृति दी। जिसमें नए साल की शुरुआत में 12 जनवरी को करीब 3 घंटे का मेगा ब्लॉक लेकर 2 गर्डर डाले गए। रेलवे की ओर से 3 दिन के लिए मेगा ब्लॉक दिया। जिसके बाद 6 माह में स्लैब,फिनिशिंग कार्य,आरओबी की दीवारों पर पेंटिंग से सौन्दर्यकरण,डिवाइडर ,क्रॉस वैरियर,रैलिंग और संकेतक लगाने का कार्य पूर्ण हो चुका है।

जिले के प्रसिद्द धार्मिक स्थली कैलादेवी,श्रीमहावीरजी व बालाजी दर्शनों के लिए देश भर से वर्ष भर 10 लाख से अधिक यात्री निजी साधनों से यहां होकर गुजरते हैं। जिसमें चैत्रीय माह में उत्तर भारत के प्रसिद्द लक्खी मेला में कैलादेवी माता के दर्शनों के लिए ही पदयात्रियों के साथ निजी साधनों से 20लाख से ज्यादा यात्री इसी मार्ग से गुजरते हैं। व्यवसायिक दृष्टिकोण से कॄषि उपज मंडी यार्ड, रीको औधोगिक,कृभको,स्लेट उद्योग,पत्थरों के व्यवसाय, रेल परिवहन से यूरिया के आवागमन व फल-सब्जियों की मंडियों में बड़े वाहनों की दैनिक आवाजाही बनी होने से यहां बाईपास मार्ग का संचालन होना यहां की घनी आबादी के लिए बड़ी मांग रही। कृषि उपज मंडी के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप गर्ग ने बताया कि मंडी क्षेत्र में सीमावर्ती गांवो से किसान मंडी में फसल बेचने के लिए परिवहन साधनों से पहुंचते।

इधर आरएसआरडीसी के धौलपुर यूनिट प्रभारी,सियाराम मीना का कहना है कि झारेडा रोड स्थित नए आरओबी के निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है। उद्घाटन के लिए विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ क्षेत्रीय विधायक को पत्र भेजकर तिथि मांगी गई है।