जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

राजस्थान विधानसभा में सोमवार को मात्र 14 मिनट में 4 कानून पास हो गए। एक-एक विधेयक पर 5 से 10 घंटे तक चर्चा का इतिहास रहा है, लेकिन सोमवार को ऐसा नहीं हुआ। बिल जैसे गंभीर मसले मात्र वोटिंग के माध्यम बन कर रह गए। वोटिंग में विपक्षी पार्टी भाजपा ने भाग ही नहीं लिया।

सिर्फ सत्ता पक्ष के विधायकों की वोटिंग से चारों बिल पारित कर दिए। सबसे महत्वपूर्ण राजस्थान प्लेटफार्म आधारित गिग कर्मकार (रजिस्ट्रीकरण और कल्याण) बिल 2023, कोटा और उदयपुर विकास प्राधिकरण तथा गांधी वाटिका न्यास जयपुर विधेयक 2023 पारित किया गया।

गिग वर्कर्स का समूहक एक्ट उल्लंघन करेगा तो 5 से 50 लाख तक जुर्माना: गिग वर्कर्स का समूहक यदि पंजीकृत गिग वर्कर्स के लिए बने कानून का उल्लंघन करना है। यदि वो नियम पालना नहीं करता है तो राज्य सरकार उस पर पहली बार 5 लाख रुपए का जुर्माना लगाएगी। यह राशि 50 लाख रुपए तक हो सकती है।

सरकार आईडी कार्ड देगी और समय से पेमेंट भी प्रावधान में

  • गिग वर्कर्स कल्याण बोर्ड बनाया जाएगा, बोर्ड में सरकार द्वारा तय 2 गिग वर्कर्स को भी स्थान मिलेगा।
  • समूह में काम करने वाले वर्कर्स इसमें शामिल होंगे, खासकर वह लोग जो परंपरागत ऑफिस जॉब नहीं करते।
  • सभी गिग वर्कर्स का रजिस्ट्रेशन करवाना होगा, फीस बाद में तय की जाएगी।
  • बोर्ड की बैठक 6 माह में एक बार करनी जरूरी होगी, सिविल सोसायटी के 2 लोग भी बोर्ड में रखे जाएंगे।
  • इन प्रावधानों का मकसद गिग वर्कर्स के अधिकारों का संरक्षण करना है।
  • गिग वर्कर्स की शिकायतों का समय पर निस्तारण करना।
  • गिग वर्कर्स जिन संघों से जुडे़ हैं, वे समय पर मानदेय आदि दे रहे कि नहीं, उनके साथ नियमित परामर्श करना।
  • गिग वर्कर्स को सरकार की स्कीम के फायदों से अवगत करवाना, लाभ पहुंचाना।
  • गिग वर्कर्स के लिए कल्याण निधि तय की जाएगी, उससे संकट में मदद की जाएगी।
  • सभी पंजीकृत गिग वर्कर्स को सरकार की तरफ से एक पहचान की यूनिक आडी मिलेगी।

गिग वर्कर्स: ऑनलाइन कंपनियों के साथ डिलीवरी से जुड़े कार्य करने वाले कर्मचारी गिग वर्कर कहलाते हैं। यह ऑनलाइन कंपनियों के लिए काफी महत्वपूर्ण होते हैं। प्रत्येक कारोबार में कुछ काम ऐसे होते हैं जिनको स्थायी कर्मचारी के बजाए गैर स्थायी कर्मचारी से कराया जा सकता है। गिग वर्कर्स मुख्य रूप से यही कर्मचारी हैं। अब तक इनके लिए कोई नियम नहीं था। प्रदेश में 3 से 4 लाख गिग वर्कर्स हैं।