बीकानेर ब्यूरो रिपोर्ट। 

राजस्थान में बीकानेर रेलवे स्टेशन रिडवलपमेंट के बाद पहला जी-9 यानि नाै मंजिला आधुनिक रेलवे स्टेशन हाेगा। रेलवे स्टेशन पर बड़ा एयर कॉनकोर्स बनेगा। यह प्लेटफार्म एक से छह तक को ऊपर ऊपर जोड़ेगा। इसके ऊपर कवर्ड रूफ बनेगा।

खास बात यह है कि रेलवे स्टेशन की फर्स्ट और सेकेंड एंट्री दाेनाें काे जाेड़ते हुए इसका निर्माण किया जाएगा। इसमें रेल यात्रियाें के लिए वेटिंग एरिया, लिफ्ट, एस्केलेटर, अनारक्षित व आरक्षित वेटिंग हाॅल एसी और नाॅन एसी, टाॅयलेट-बाथरूम, शिशु देखभाल कक्ष, फूड काेर्ट, अन्य दुकानाें के एयरपाेर्ट जैसी तमाम सुविधाएं हाेंगी।

नाै मंजिला बिल्डिंग में तीन मंजिल तक यात्री सुविधाओं काे विकसित किया जाएगा। बाकी में ऑफिस, टिकट काउंटर सहित अन्य आधुनिक सुविधाएं मिलेगी। इसमें 98 मीटर लंबा, 36 मीटर चाैड़ा एयर काॅनकाेर्स बनेगा।

38 लिफ्ट, 24 एस्केलेटर लगाने के अलावा, साेलर पैनल, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम तक हाेगा। इमारताें के बाकी फ्लाेर काे व्यावसायिक गतिविधियाें के उपयाेग में लिया जाएगा। उन्हाेंने बताया कि सेकेंड एंट्री के निर्माण काे लेकर रेलवे के सामने जगह संबंधी समस्या थी।

मंडल अधिकारियाें ने समस्या का हल निकाल लिया है। कुछ रेलवे क्वाटर्स काे ताेड़कर जगह निकाली जाएगी। रेलवे स्टेशन का 471 कराेड़ रुपए की लागत से रिडवलपमेंट किया जाना है। ड्राइंग व डिजायन फाइनल हाे चुका है। निर्माण कार्य शीघ्र शुरू कर दिया जाएगा।

स्टेशन पर सुरक्षा के लिहाज से हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। बिल्डिंग निर्माण 46000 वर्ग मीटर, सर्कुलेटिंग एरिया व पार्किंग - 47000 वर्ग मीटर व वाणिज्यिक गतिविधि क्षेत्र - 24000 वर्ग मीटर में रहेगा। निर्माण के समय हैरिटेज लुक का भी ख्याल रखा जाएगा। आने वाले 50 साल काे देखते हुए बीकानेर स्टेशन का डवलपमेंट किया जा रहा है। उन्हाेंने बताया कि बीकानेर मंडल में यात्री सुविधाओं और इलेक्ट्रिफिकेशन का काम तेजी से चल रहा है।

वंदे भारत के संचालन में अभी वक्त है। रूट फाइनल नहीं हाेने के कारण वंदे भारत काे संचालित करने की तिथि फाइनल नहीं हाे पा रही है। इससे पहले जीएम शर्मा ने बीकानेर रेलवे स्टेशन का निरीक्षण कर मंडल अधिकारियाें से स्टेशन के रिडवलपमेंट प्राेजेक्ट काे लेकर चर्चा की। मंडल में चल रहे कार्याें की प्रगति जानी। बाद में जीएम शर्मा, बीकानेर DRM राजीव श्रीवास्तव, CPRO कैप्टन शशिकिरण समेत हेड क्वार्टर और मंडल के अधिकारी नाैरंगदेसर के लिए रवाना हाे गए।

चूरू-रतनगढ़ ट्रैक के दाेहरीकरण का काम हाेगा शुरू
जीएम ने बताया कि चूरू-रतनगढ़ के बीच 42.81 किलाेमीटर ट्रैक के दाेहरीकरण का काम इसी महीने शुरू हाेगा। इस काम पर 422.60 कराेड़ रुपए खर्च हाेंगे। ट्रैक पर विद्युतीकरण का काम पहले ही कंपलीट हाे चुका है। दाेहरीकरण की ड्राइंग के मुताबिक अब यहां पहले चरण में समतलीकण का काम हाेगा। ट्रैक के दाेहरीकरण से बीकानेर से रतनगढ़-चूरू हाेकर ौऔर जाेधपुर से डेगाना, लाडनूं, रतनगढ़ व चूरू हाेकर नई लंबी दूरी की ट्रेनें मिलेंगी। जिले के अलावा प्रवासी राजस्थानियाें का फायदा पहुंचेगा।

यात्रीभार बढ़ने से रेलवे का राजस्व बढ़ेगा। ट्रेनाें में क्राॅसिंग की समस्या नहीं रहेगी। अावागमन में समय की बचत हाेगी। क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा और रोज़गार के नए अवसर मिलेंगे। आसपास स्थापित विद्यालयों, विश्वविद्यालयों और कोचिंग सेंटरों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को बेहतर रेल सुविधा मिलेगी। बीकानेर संभाग में होने वाले जिप्सम/लाइम स्टोन तथा फुड ग्रेन और फर्टिलाइजर के लदान के लिए सुगम रेल परिवहन मिलेगा। चूरू-रतनगढ़ ट्रैक के दाेहरीकरण के बाद सादुलपुर-हिसार, चूरू-सादुलपुर एवं रतनगढ़-सुजानगढ़ ट्रैक का चरणबद्ध तरीके से दाेहरीकरण हाेगा। ये कार्य 2025 तक कंपलीट हाेना प्रस्तावित है।