जोधपुर में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के काफिले की कार की टक्कर से जान गंवाने वाले जगदीश सुधार (27) के परिजनों व समाज के लोगों ने सोमवार को धरना समाप्त कर दिया है।
आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। समाज व परिवार के सदस्यों ने देर रात मांगों पर सहमति बनने पर आज धरने को समाप्त किया गया। मथुरादास माथुर अस्पताल की मॉर्च्युरी के बाहर धरना स्थल पर कांग्रेस विधायक मनीषा पंवार, जिलाध्यक्ष नरेश जोशी पहुंचे और मृतक की पत्नी को संविदा पर नौकरी देने व 5 लाख रुपए मुख्यमंत्री राहत कोष से देने की घोषणा की। भाजपा के जिलाध्यक्ष देवेंद्र सालेचा भी शेखावत की ओर से दी गई 25 लाख से की सहायता राशि लेकर पहुंचे। इसके बाद धरना समाप्त किया गया। साथ ही आगे की कार्रवाई के लिए समाज के प्रबुद्ध जनों ने एक कमेटी भी बनाई है।
शनिवार को हुई मौत के बाद मृतक जगदीश सुथार का पोस्टमॉर्टम हुआ। आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। बता दें कि अस्पताल की मॉर्च्युरी के बाहर सुथार समाज के करीब एक हजार लोग शनिवार से मुआवजे व आश्रित को नौकरी की मांग पर अड़े रहे। कल रात विधायक मनीषा पंवार, राज्य पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सोलंकी व कांग्रेस जिलाध्यक्ष दक्षिण नरेश जोशी ने समाज के लोगों से वार्ता की। जिसमें 5 लाख रुपए मुख्यमंत्री राहत कोष से देने आश्रित को नौकरी व पांच सरकारी योजनाओं के लाभ पर सहमति बनी। साथ ही एक समाजसेवी ने एक लाख रुपए देने की भी घोषणा की।
वार्ता में जिसमें 5 लाख रुपए मुख्यमंत्री राहत कोष से देने आश्रित को नौकरी व पांच सरकारी योजनाओं के लाभ पर सहमति बनी। साथ ही एक समाजसेवी ने एक लाख रुपए देने की भी घोषणा की।
इसी दौरान केंद्रीय मंत्री शेखावत की ओर से 21 लाख रुपए देने का आश्वासन दिया, लेकिन समाजजन 31 लाख रुपए की मांग पर अड़ गए। फिर देर रात 12 बजे 25 लाख रुपए घोषणा की गई। तब जाकर सहमति बनी। आज धरना समाप्त करने के बाद मृत जगदीश सुथार का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
बता दें कि 27 मई की दोपहर 3 बजे मटकी चौराहे पर शेखावत के काफिले की एक सफारी गाड़ी से जगदीश पुत्र अमानाराम सुथार की बाइक की टक्कर हो गई थी। गंभीरावस्था में उसे एमडीएम में भर्ती करवाया गया, जहां 11 दिन बाद शनिवार को उसने दम तोड़ दिया था।
उसके पिता का आरोप था कि हादसे वाले दिन पुलिस ने शाम को सूचना दी, वह भी झूठी कि किसी ट्रक ने उसे टक्कर मारी है।
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