करौली ब्यूरो रिपोर्ट। 

करौली के आराध्य देव मदन मोहनजी मंदिर में संगीतमय भागवत कथा का आयोजन शनिवार से शुरू हुआ है। भागवत कथा शुरू होने से पहले गोविंद देवजी मंदिर से मदन मोहनजी मंदिर तक मंगल कलश यात्रा निकाली गई। गोविंद देवजी मंदिर परिसर में मंत्रोच्चार के साथ विधि विधान से कलश पूजन किया गया। उसके बाद महिलाएं सिर पर मंगल कलश थामे गीत गाती हुई निकली।

कथावाचक आचार्य सच्चिदानंद घोड़े पर सवार थे। महामंडलेश्वर संत भगवान दास, स्वामी हरेंद्रानंद सरस्वती ध्रुव घटा वाले भी रथ में विराजमान थे। यात्रा के मदन मोहनजी पहुंचने पर पूजा-अर्चना के बाद भागवत कथा का आयोजन शुरू हुआ। कथावाचक आचार्य सच्चिदानंद ने भागवत कथा और भागवत कथा श्रवण का महत्व बताया। साथ ही भगवान के विभिन्न अवतार और लीलाओं का भी वर्णन किया। कथावाचक ने श्रद्धालुओं से भगवत पूजा के साथ ही मानव सेवा का भी संदेश दिया। भागवत कथा का समापन 28 जुलाई को होगा। भागवत कथा समापन के बाद प्रसादी और भंडारे का आयोजन होगा। कलश यात्रा में शांति और सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद रहे।