जोधपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

चुनावी मोड में आई सरकार दोनों हाथों से रियायतों का पिटारा खोले हुए हैं। घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को 100 यूनिट तक फ्री बिजली के साथ ही किसानों को 2000 यूनिट प्रतिमाह की घोषणा के बाद ये योजना डिस्कॉम ने लागू कर दी है। लेकिन जोधपुर डिस्कॉम की गाइडलाइन में 15 हॉर्सपावर के कनेक्शन को ही छूट का लाभ मिलेगा।

इस शर्त सेे सीएम गहलोत के गृह जिले में 80 हजार में से 60 हजार+ कृषि कनेक्शन छूट से बाहर हो गए हैं। जोधपुर के कई ब्लॉक में जलस्तर काफी नीचे होने से औसतन 25 एचपी के पंप सेट लगे हैं। इन किसानों को हर माह किसान मित्र योजना में 1000 रु. छूट ही मिलेगी। इस दायरे में आते तो इन्हें भी प्रति माह 1800 रु. सब्सिडी मिल सकती थी।

सात जिलों के किसान सीधे प्रभावित
जोधपुर डिस्कॉम के 10 जिले में 43 लाख बिजली कनेक्शन हैं। 4.25 लाख कृषि श्रेणी के कनेक्शन हैं। भूजल का लेवल सात जिलों में ज्यादा गहराई में हैं। किसान 20 एचपी और जोधपुर में औसतन 25 एचपी से ज्यादा क्षमता के बिजली कनेक्शन चला रहे हैं। जोधपुर में तो कई जगह 40 से 50 एचपी क्षमता की मोटर लगी हैं। इससे जोधपुर के अलावा जालोर, बाड़मेर, जैसलमेर, गंगानगर व बीकानेर के कई किसान छूट के दायरे से बाहर हो गए हैं। वहीं पाली, सिरोही व हनुमानगढ़ में जलस्तर ज्यादा गहराई में नहीं होने के कारण यहां 15 एचपी तक के बिजली कनेक्शन चल रहे हैं।

ऐसे समझें, इसलिए नहीं मिलेगी छूट

  • जिले में 80000 कृषि कनेक्शन में से 10500 फ्लैट रेट श्रेणी के कनेक्शन हैं। यानी बिना मीटर वाले। इन कनेक्शन का लोड 15 एचपी से ज्यादा है। ऐसे में ये छूट के दायरे से बाहर हो जाएंगे।
  • जिन कृषि उपभोक्ताओं के मीटर लगा है, लेकिन खराब होने के कारण औसत बिल हैं। इन्हें भी छूट से बाहर कर दिया गया है। जोधपुर जिले में ऐसे उपभोक्ता 60 हजार से ज्यादा हंै।
  • जिनके मीटर तो सही हैं, लेकिन स्वीकृत लोड 15 एचपी से ज्यादा होने के कारण दो हजार यूनिट छूट के दायरे से बाहर हो गए।

सालाना 2000 करोड़ रुपए की सब्सिडी
नए वित्तीय वर्ष से 100 यूनिट फ्री बिजली देने से करीब 13.24 लाख उपभोक्ता इस दायरे में हैं। पहले 740 करोड़ रुपए खर्च होते थ। अब ये रकम 1250 करोड़ से पार जाएगी। इसी तरह कृषि उपभोक्ताओं को एक हजार यूनिट तक फ्री बिजली दी जा रही थी। अब दो हजार यूनिट तक दायरा बढ़ाया गया। इस श्रेणी में कृषि के 4.05 लाख उपभोक्ता शामिल हैं। सालाना करीब 800 करोड़ का वित्तीय भार डिस्कॉम पर आएगा। दोनों ही श्रेणी की सब्सिडी जोड़ दें तो ये आंकड़ा 2000 करोड़ से ज्यादा बैठता है।

15 एचपी से ज्यादा लोड वाले किसानों को लाभ नहीं
कृषि श्रेणी के 15 एचपी से ज्यादा लोड वाले उपभोक्ताओं को छूट का लाभ नहीं मिलेगा। इन उपभोक्ताओं को किसान मित्र योजना के तहत प्रति माह एक हजार रुपए बतौर सब्सिडी पहले की तरह देय होगी। - महावीरमल सिंघवी, एसई जोधपुर जिला वृत्त