चित्तौड़गढ़ - गोपाल चतुर्वेदी 

राजस्थान नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति की ओर से विगत साढ़े चार वर्षों से लंबित अपने 11 सूत्रीय मांगों को लेकर समस्त नर्सिंग कर्मियों ने जिला राजकीय चिकित्सालय परिसर में ध्यानाकर्षण धरना प्रदर्शन किया। इसके बारे में जानकारी देते हुए  राजस्थान नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति के सदस्य दिनेश सैनी ने बताया कि राजस्थान में समस्त नर्सिंग कर्मी अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर संघर्षरत हैं। इन मांगों के संबंध में कई बार राजस्थान सरकार को भी अवगत कराया गया है  लेकिन अभी तक उनकी मांगों पर कोई विचार नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि उनकी प्रमुख मांगों में वेतन भत्तों की विसंगतियों को दूर कर केंद्र एवं दिल्ली के समान किए जाने, समस्त नर्सिंग संवर्ग कैडर का पुनर्गठन करने एवं नर्सिंग ट्यूटर का पदनाम परिवर्तन करने,संविदा सेवा नियमित एवं नर्सिंग कार्मिकों की संविदा सेवा काल का नोशनल लाभ दिए जाने के साथ यूटीबी, एनएचएम, प्लेसमेंट एजेंसी के मार्फत लगे हुए नर्सेज को नियमित किया जाने के साथ इनका न्यूनतम वेतनमान 26500 करने के अलावा, सेवारत विभागीय उच्च शिक्षण में चिकित्सकों की भांति अध्ययन अवकाश दिया जावे एवं उच्च योग्यता धारी बीएससी,  एमएससी नर्सिंग कर्मी को दो- तीन अतिरिक्त वार्षिक वेतन वृद्धि दिए जाने  सहित अन्य मांगे शामिल है। इस अवसर पर राजस्थान नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति से जुड़े समस्त नर्सिंग कर्मी मौजूद रहे