जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

विधानसभा के मौजूदा सत्र में आज बीजेपी ने कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को जमकर घेरा। उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने सदन में आकड़ें रखते हुए कहा कि 10 साल से कम उम्र की बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं में राजस्थान नम्बर-1 पर हैं। पिछले 6 माह में ही 848 बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हुई हैं।

उन्होंने कहा कि राजस्थान में अपराधों की फेहरिस्त इतनी लंबी है कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो इस बात की पुष्टि करता है कि राजस्थान में 17 बलात्कार और 07 हत्याएं प्रतिदिन हो रही हैं। यह कांग्रेस सरकार की कानून व्यवस्था का आलम है।

पूनिया ने कहा कि राजस्थान में पिछले पौने 5 साल में अपराध के आंकड़ों की शुरुआत करें तो 10 लाख, 92 हजार मुकदमे रजिस्टर हुए हैं। यह राजस्थान की धरा पर पहली बार हुआ है।

पूरी दुनिया में राजस्थान हो रहा शर्मशार
पूनिया ने कहा कि एक शिक्षिका को जमवारामगढ़ में जिंदा जला दिया जाता है। एक वृद्धा के चांदी के कड़े पैर काटकर ले लिए जाते हैं। जोधपुर की घटना पुरानी नहीं है कल 16 जुलाई की घटना है। करौली जिले में युवती के साथ दुष्कर्म किया। गोली मारी गई, एसिड डालकर और उसके बाद उसे टुकड़े-टुकड़े करके डाल दिया गया। इस तरह की घटनाओं में राजस्थान शर्मशार हो रहा हैं।

केवल यही नहीं, लेकिन जब सरकार भेदभाव करने लग जाए तो मुझे लगता है कि राजस्थान और हिन्दुस्तान के इतिहास में कांग्रेस की यह सरकार तुष्टिकरण के मामले में भी एक नंबर पर हमेशा लिखी जाएगी। क्या कारण था कि रामनवमी, हिन्दू नववर्ष पर जुलूस पर प्रतिबंध लगते हैं और पीएफआई को हिजाब के मामले में यही सरकार तुष्टीकरण कर रैली की इजाजत देती है।