अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट।  

राजस्थान में पेपर लीक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी शुरू कर दी है। सोमवार को ईडी ने बाड़मेर, डूंगरपुर, जयपुर सहित अजमेर में भी छापेमारी की। आरपीएससी मेंबर बाबूलाल कटारा के अजमेर स्थित सरकारी आवास पर छापेमारी की है।

दरअसल, ईडी ने राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) की ओर से आयोजित सीनियर टीचर भर्ती के पेपर लीक और रुपयों के लेन-देन पर मनी लॉन्ड्रिंग में उदयपुर सेंट्रल जेल मे बंद आरोपियों से पूछताछ की थी। इस मामले में आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा, मास्टरमाइंड शेरसिंह मीणा व भूपेंद्र सारण से ईडी पूछताछ कर चुकी है। इसके अलावा इस केस में आरोपी राजीव उपाध्याय, रामगोपाल मीणा, सुरेश विश्नोई, घिमनाराम खिलेड़ी, अनिता मीणा, बाबूलाल के पुत्र दीपेश कटारा, गोपालसिंह, गौतम कटारा व विजय डामोर के बयान भी दर्ज किए हैं।

जानकार सूत्रों की मानें तो सात दिन पहले ईडी ने आरपीएससी के अधिकारियों से पेपर लीक के नामजद आरोपियों की डिटेल मांगी थी। आरपीएससी ने सभी सदस्यों और पेपर लीक में शामिल लोगों की जानकारी ईडी के साथ साझा की थी। केंद्रीय सुरक्षा बल के 50 से अधिक अधिकारी और जवान इस रेड में शामिल हुए। ईडी के अधिकारी पिछले काफी समय से एसओजी के अधिकारियों के भी सम्पर्क में हैं। ऐसा भी बताया जा रहा है कि ईडी को आरोपियों के बयानों के विश्लेषण से पेपर लीक के मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की पुष्टि हुई है। गौरतलब है कि पेपर लीक में ईडी ने राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलााल मीणा की शिकायत पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था।

कौन है बाबूलाल कटारा?

डूंगरपुर के बाबूलाल कटारा ने 15 अक्टूबर 2020 में आरपीएससी के मेंबर का कार्यभार संभाला था। बाबूलाल कटारा का चयन राजस्थान लोक सेवा आयोग के सांख्यिकी अधिकारी, आयोजना विभाग के पद पर हुआ था। इसके बाद उसने जिला सांख्यिकी अधिकारी डूंगरपुर और बाड़मेर में काम किया था। 1994 से 2005 तक भीम, राजसमंद, खैरवाडा, डूंगरपुर, सागवाडा, सुमेरपुर और उदयपुर में काम किया। वर्ष 2013 में सचिवालय में आयोजना विभाग संयुक्त निदेशक रहा। वह उदयपुर में आदिम जाति शोध संस्थान निदेशक के पद पर भी रहा। इसके बाद आरपीएससी के मेंबर के रूप में सरकार ने नियुक्ति दी।

SOG ने अजमेर से किया था गिरफ्तार

2 महीने पूर्व स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ( SOG) ने ग्रेड सेकंड शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में कार्रवाई की थी। एसओजी ने आरपीएससी मेंबर बाबू लाल कटारा को उनके अजमेर स्थित सरकारी आवास से गिरफ्तार किया था। इसके साथ ही उसके भांजे विजय कटारा और ड्राइवर गोपाल सिंह को भी गिरफ्तार किया गया था।