जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण की गर्लफ्रेंड ने PTI भर्ती परीक्षा को लेकर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सिलेक्शन के बावजूद नियुक्ति रद्द करने से नाराज प्रियंका विश्नोई ने राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) के खिलाफ याचिका लगाई है। इसमें कहा है कि उन पर पेपर लीक का कोई भी आरोप नहीं लगा है। PTI भर्ती परीक्षा का न तो पेपर लीक हुआ और न ही कोई FIR दर्ज हुई है।

ऐसे में किसी आरोपी से दोस्ती के आधार पर मेरे सिलेक्शन को रद्द करना पूरी तरह से गलत है। कर्मचारी चयन बोर्ड ने तो इस मामले पर मेरा पक्ष तक जानने की कोशिश नहीं की। यह आम छात्र के अधिकारों की अवहेलना है। इससे पहले मेरे 10th और 12th में भी अच्छे मार्क्स हैं। PTI भर्ती में भी मेहनत कर के सिलेक्शन तक पहुंची थी। लेकिन, बेवजह मेरा सिलेक्शन रद्द किया गया है।

प्रियंका विश्नोई के वकील राम प्रताप सैनी ने बताया कि कर्मचारी चयन बोर्ड ने 16 जून 2022 को पीटीआई के 5546 पदों की भर्ती निकाली थी। इसमें याचिकाकर्ता प्रियंका विश्नोई रिटन टेस्ट में पास हुई थी। इसके बाद उन्होंने डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन भी करा लिया था, जिसमें वह सिलेक्शन तक पहुंच गई थी। लेकिन, राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने 31 मई को जब भर्ती का फाइनल रिजल्ट जारी किया। तो उन्होंने सिर्फ सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण से दोस्ती होने के कारण प्रियंका के सिलेक्शन को रद्द कर दिया। जो पूरी तरह गलत है। इसको लेकर याचिका दायर की गई है। ऐसे में हमें पूरी उम्मीद है कि कोर्ट प्रियंका विश्नोई के साथ न्याय करेगा।

RSSB ने लगा दी थी सिलेक्शन पर रोक

दरअसल, शिक्षा विभाग ने सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण की गर्लफ्रेंड प्रियंका विश्नोई का पीटीआई भर्ती परीक्षा में सिलेक्शन कर दिया था। शिक्षा विभाग ने प्रियंका के डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन को क्लीन चिट देकर फाइनल सिलेक्शन लिस्ट कर्मचारी चयन बोर्ड को भेजी थी। जहां कर्मचारी चयन बोर्ड ने प्रियंका विश्नोई के डॉक्युमेंट की फिर से जांच की। इसके बाद बोर्ड ने प्रियंका के आवेदन को अस्वीकार करते हुए उसके सिलेक्शन पर रोक लगा दी थी।

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा ने बताया कि पीटीआई भर्ती परीक्षा का फाइनल रिजल्ट जारी होने से पहले शिक्षा विभाग से सिलेक्ट होने वाले अभ्यर्थियों की लिस्ट मिली थी। इस लिस्ट में प्रियंका विश्नोई का भी नाम सामने आया था। जैसे ही हमें इस पर डाउट हुआ तो हमने पुलिस से इसका वेरिफिकेशन कराया। इसमें पता चला कि ये पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हो चुकी है। उसके पास फर्जी डिग्री भी मिली है। ऐसे में हमने उसके रिजल्ट पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही भविष्य में होने वाली भर्ती परीक्षाओं के लिए भी उसे डिबार करने का फैसला किया है।

फर्जी डिग्रियों के साथ प्रियंका को किया था गिरफ्तार
राजस्थान पुलिस ने पिछले साल दिसंबर में भूपेंद्र सारण की गर्लफ्रेंड प्रियंका विश्नोई को जयपुर के मानसरोवर से गिरफ्तार किया था। जहां नकल से संबंधित विभिन्न यूनिवर्सिटी की फर्जी डिग्री और मार्कशीट का कारोबार चल रहा था। उस वक्त प्रियंका विश्नोई के पास श्रीनगर की इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड वोकेशनल ट्रेनिंग की 9 मार्कशीट मिली।
तीन मार्कशीट हिमालय यूनिवर्सिटी की मिलीं, जो ईटानगर अरुणाचल प्रदेश में है। 8 मार्कशीट नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फायर एंड सेफ्टी इंजीनियरिंग की मिली, जो नागपुर में है। ओपीजेएस यूनिवर्सिटी, चूरू की 12 फर्जी मार्कशीट मिली हैं।

पुलिस पूछताछ के दौरान प्रियंका विश्नोई ने बताया था कि ये डिग्रियां व फर्जी मार्कशीट प्रेमी भूपेन्द्र सारण और उसके भाई गोपाल विश्नोई ने तैयार की हैं। प्रियंका ने स्वीकार भी किया था कि भूपेन्द्र के कहने पर उसने इन्हें अपने पास रखा और भूपेन्द्र के बताए अनुसार ही इसे लोगों को पैसा लेकर बेचती थी। इस पर पुलिस ने प्रियंका को गिरफ्तार किया।

12 यूनिवर्सिटी की सख्ती से जांच होगी
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने 12 यूनिवर्सिटी की लिस्ट शिक्षा विभाग को भेजी है। इनमें ओपीजेएस यूनिवर्सिटी चूरू, सिंघानिया यूनिवर्सिटी झुंझुनूं, सनराइज यूनिवर्सिटी अलवर, जेएस यूनिवर्सिटी शिकोहाबाद यूपी, चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी हरियाणा, रणवीर सिंह यूनिवर्सिटी जींद, गोडवाना गढ़ यूनिवर्सिटी चिरोली, आरटीएम यूनिवर्सिटी नागपुर, टांटिया यूनिवर्सिटी गंगानगर, बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी आगरा, एचएनबीजी यूनिवर्सिटी गढ़वाल और इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी मीरपुर की डिग्रियों की जांच के निर्देश दिए हैं।