जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
बीसलपुर जयपुर पेयजल परियोजना में ट्रांसमिशन लाइन के वाल्व में लीकेज को लेकर मंत्री महेश जोशी ने कहा कि लिप्स को सही करते वक्त कोबरा सांप निकल आया जिसने हमारे कर्मचारी पर अटैक किया इन परिस्थितियों के बावजूद भी हमारे लोग काम करते हैं फिर जब केंद्रीय मंत्री इस तरीके की बात करते हैं तो दुख होता है अभी हाल ही में जो आंकड़े जारी हुए हैं उसमें खर्च के हिसाब से हम दूसरे नंबर पर हैं हमें 16000 करोड़ से ज्यादा दिए जा चुके हैं और यदि परफॉर्मेंस के जो पैरामीटर है उसके हिसाब से भी बात करें तो हम 12वें नंबर पर है। जिन राज्यों में काम बहुत कम हुआ जो हम से ऊपर हैं। राजस्थान की उन्होंने 12वीं लाइन बताई है। उत्तर प्रदेश का खर्चा हमसे ज्यादा है वहां पर आबादी भी ज्यादा है। 16586 करोड रुपए खर्च करने के बाद भी हमें अन्य राज्यों के मुकाबले 12वें नंबर पर डाला गया है जबकि हम से कम खर्च करने वाले राज्य को ऊपर में रखा गया है। ए पैरामीटर से से बना है जिसमें राजस्थान पिछड़ा हुआ है पहले जिसके जो तूने कनेक्शन थे जितने पहले से कनेक्शन थे उनको जेजे एम में मान लिया
ED में शिकायत की गई है, मुख्यमंत्री और उनके बेटे का नाम आया है। मेरे ख्याल से उनका शौक है आरोप लगाने का प्रमाण कोई पेश करते नहीं। मैं उनके सारे आरोपों को नकारता हूं। बाकी उन्होंने आरोप दिए हैं। केंद्र सरकार की एजेंसियों को दिए हैं। वह जांच करें हमें किसी बात का डर नहीं है हमें हमारा किसी भी एजेंसी के प्रति कोई पूर्वाग्रह नहीं है हम तो यह चाहते हैं जो भी एजेंसी हैं अभी निष्पक्ष होकर के काम करें प्रेशर में काम नहीं करें हो यह रहा है कि ओए रहा है कि सारे जहां से जनसेवा केंद्र सरकार के दबाव में काम कर रही हैं लेकिन सांच को आंच नहीं वह स्थिति हमेशा लागू होती है।
सचिन पायलट के 11 तारीख को नई पार्टी बनाने की घोषणा को लेकर पूछे गए सवाल पर मंत्री जोशी ने कहा कि आज तो 8 ही तारीख है।
इआरसीपी के मुद्दे पर बात करते हुए जलदाय मंत्री महेश जोशी ने कहा कि उन्होंने तय कर रखा है कि वह राजस्थान की जनता को उसका हक वे दिलवा नहीं सकते। भारतीय जनता पार्टी के किसी भी सांसद की इतनी हिम्मत नहीं है कि प्रधानमंत्री से बात कर सके यहां तक कि जो मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत है अपने विभाग के बारे में प्रधानमंत्री से बात करें उनको राय दे सके राय दे सकने की स्थिति में नहीं है इसका खामियाजा एक तरीके का जो उनके ऊपर प्रधानमंत्री का फोबिया छाया हुआ है उस से राजस्थान को नुकसान हो रहा है।
मैं जयपुर का हूं मैं राजस्थान का मंत्री हूं वह क्या कहते हैं उनको उनको खुद को पता ही नहीं रहता है। राजनीति से सन्यास लेने की बात करते हैं फिर पता नहीं क्या करते हैं। उन्होंने ही कहा था की ईआरसीपी को लेकर अगर प्रधानमंत्री जयपुर अजमेर में एक शब्द भी कहा होगा तो महेश जी या तो मैं सन्यास ले लूंगा या आप और आपके मुख्यमंत्री जी संयास ले ले। उन्होंने ही कहा था मैंने उनसे नहीं कहा था कि आप कुछ कहो।
संजीवनी घोटाले पर साधा मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत निशाना कहा
एक तरफ कह रहे हैं कि मेरी आवाज नहीं है दूसरी तरफ कह रहे हैं कि मेरा फोन टेप हुआ। जब आपकी आवाज ही नहीं है जैसा वह कह रहे हैं हालांकि अभी तक उन्होंने सैंपल नहीं दिया। जब वह दावा कर रहे हैं कि उनकी आवाज नहीं है तो किस आधार पर ओएसडी पर केस बनता है। और केस होना चाहिए था राजस्थान जयपुर में जाकर कर रहे हैं दिल्ली में। टोटल जो बातें गजेंद्र सिंह जी की है वह विरोधाभासी है। गजेंद्र सिंह जी की आत्मा जानती है इस बात को कि वो एक से अधिक मामलों में उन पर जो शक बने हैं। उस शक में काफी दम है।
अजमेर 92 फाइल्स मूवी पर बोलते हुए मंत्री जोशी ने कहा कि 1992 का सवाल वह सही या गलत है वह तो एक अलग बात है। वह आज कितना मौजूद है। कोई मुद्दा नहीं है भारतीय जनता पार्टी के पास सरकार के विरोध करने का। किसी योजना का विरोध नहीं कर सकते राज्य सरकार ने जो बनाई है किसी कार्य का किसी राहत का विरोध नहीं कर सकते। खुद राहत देते नहीं है। हम राहत देते हैं तो गलतियां बताते हैं। इस फिल्म के जरिए भारतीय जनता पार्टी लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।
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