बीकानेर ब्यूरो रिपोर्ट।
व्यापारियों से कराेड़ाें रुपए की रंगदारी वसूलने के लिए गैंगस्टर राेहित गाेदारा दुबई से धमकी भरे काॅल कर रहा है। यह इनपुट मिलने के बाद पुलिस ने उसके लाेकल नेटवर्क काे सर्विलांस पर ले लिया है। राजस्थान पुलिस के लिए सिरदर्द बना राेहित काफी समय से दुबई में बताया जा रहा है। पुलिस काे आशंका है कि वहां रहकर राेहित अंतररराष्ट्रीय स्तर के बड़े अपराधियाें से कनेक्शन बनाने की फिराक में है। यही वजह है कि वह पिछले काफी समय से वर्चुअल नंबर से इंटरनेट काॅल के जरिए धमकियां दे रहा है।
यह तरीका आमताैर पर आंतकी इस्तेमाल करते आ रहे हैं। इसके अलावा पाकिस्तानी तस्कर भी वर्चुअल काॅल के माध्यम से पंजाब के तस्कराें से हेराेइन की डील करते हैं। एप के जरिए हाेने वाली यह फेक काॅल ट्रैस नहीं हाे पाती। इसलिए पुलिस काे काॅल करने वाले की लाेकेशन का पता नहीं चल पाता। हालांकि उसे पकड़ने के लिए राजस्थान पुलिस ने इंटरपाेल पुलिस से भी मदद मांगी है। उसके खिलाफ रेड काॅर्नर नाेटिस जारी किया जा चुका है। फिलहाल उसे पकड़ पाना पुलिस के लिए बड़ी चुनाैती है। दुबई में उसने ठिकाने का अब तक पता नहीं चला है।
बड़ा सवाल- काैन कर रहा है राेहित काे फंडिंग?
गैंगस्टर राेहित गाेदारा काे फंडिंग काैन कर रहा है? पुलिस इस सवाल का जवाब खाेजने में जुटी है। आशंका है कि बीकानेर के नामी क्रिकेट बुकियाें से उसने संपर्क बना रखा है। भारत के अलावा उनका दुबई में भी बड़ा नेटवर्क है। हवाला के जरिए उसके पास पैसा पहुंचाया जा रहा है। लाॅरेंन्स बिश्नाेई गैंग से संबंध हाेने के कारण उसे पैसा आसानी से मिल जाता है।
राेहित के लाेकल नेटवर्क पर पुलिस का शिकंजा
गैंगस्टर के सभी कनेक्शन खत्म करने के लिए उसके लाेकल नेटवर्क काे सर्विलांस पर ले लिया गया है। राेहित के खिलाफ संभाग में 20 से ज्यादा मुकदमे हैं। उसने बीकानेर में अपने 2000 गुर्गे हाेने का दावा किया है, जिसमें से 750 पुलिस ने चिन्हित कर रखे हैं। उसके कुछ खास गुर्गे इन दिनाें जेल में है। उन पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है। आशंका है कि वर्चुअल काॅल के जरिए वह जेल में बैठे अपने गुर्गाें से संपर्क स्थापित कर शहर में फायरिंग जैसी घटना काे अंजाम दे सकता है। क्याेंकि जेल में कैदियाें के पास माेबाइल मिलना आम बात है।
राेहित गाेदारा के दुबई में हाेने का इनपुट मिला है। उसके लाेकल नेटवर्क पर कड़ी नजर रखी जा रही है। पुरानी वारदाताें के लिप्त रहे उसके गुर्गाें से पूछताछ चल रही है। उसके खिलाफ दर्ज सभी मुकदमाें की समीक्षा की गई है। उसे पकड़ने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं।
ओमप्रकाश पासवान, आईजी, बीकानेर रेंज
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