भरतपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

रोड टैक्स के विवाद को लेकर ग्रामीणों ने टोल वसूली के लिए बने नाके को आग लगा दी। इससे पहले यहां जमकर पथराव भी हुआ। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन ग्रामीण नहीं माने। ग्रामीणों ने बताया कि 2 साल से नगर पालिका बिना वजह टैक्स वसूली कर रही थी। हालांकि अभी गांव में पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है। मामला भरतपुर के बयाना थाना क्षेत्र के शेरगढ़ गांव का है। यहां दोपहर करीब ढाई बजे 250 से ज्यादा ग्रामीण कुंडा तिराहे पर बने टोल नाके पर पहुंचे और अचानक हमला कर दिया। हालांकि इस मामले में अभी तक किसी भी पक्ष की ओर से रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई गई है।

नगर पालिका की ओर से दिया हुआ है टैंडर
कस्बे के कुंडा तिराहे से पत्थर और बजरी आदि लेकर जाने वाले ट्रैक्टर ड्राइवर से बयाना नगर पालिका की ओर से एंट्री पर पथकर यानी रोड टैक्स वसूला जाता है। इसके लिए एक फर्म को टैंडर दे रखा है, जिसने कुंडा तिराहा पर नाका बना रखा है।

इस टैक्स वसूली को लेकर पहले भी ग्रामीणों ने विरोध किया था। ग्रामीणों का कहना था कि शेरगढ़ गांव के स्थानीय लोगों से भी नगर पालिका की ओर से ये टैक्स वसूला जाता है। इसी बात को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी भी चल रही थी।

लेकिन, जब बात नहीं बनी तो बुधवार दोपहर करीब 2:30 शेरगढ़ गांव के करीब 200-250 ग्रामीण ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर कुंडा तिराहे पहुंचे और हुड़दंग करने लगे।

इससे कुंडा तिराहे पर दुकानदारों में हड़कंप मच गया। लोगों की सूचना पर डिप्टी एसपी दिनेश यादव, एसएचओ हरि नारायण मीणा, टाउन चौकी इंचार्ज निर्भय सिंह गुर्जर, एएसआई जितेंद्र शर्मा आदि पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। इस पर ग्रामीणों ने पुलिस के सामने ही पथराव करते हुए नाके को आग के हवाले कर दिया।

ग्रामीण बोले- नाके के कर्मचारियों ने गांव के युवक को पीटा था

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि नाके के कुछ कर्मचारियों ने गांव के भुल्ली नाम के व्यक्ति के साथ मारपीट की थी। पहले भी ये कर्मचारी गांव के लोगों से मारपीट कर चुके हैं।

इधर, पुलिस भी ग्रामीणों पर हल्का बल प्रयोग करने लगी। इसी बात पर वे भड़क गए और पथराव शुरू कर दिया।

इस पथराव में भूपेंद्र नाम के कॉन्स्टेबल के हाथ में चोंट लगी है। एसएचओ हरिनारायण मीणा ने बताया कि ग्रामीणों ने नाके में तोड़फोड़ करते हुए आग लगाई है। फिलहाल एहतियातन कुंडा तिराहे पर पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है।

वहीं इस मामले में नाका कर्मचारियों का कहना है कि नगर पालिका द्वारा विधिवत प्रक्रिया के तहत पथकर वसूलने का टैंडर दिया है, लेकिन शेरगढ़ गांव के ग्रामीण दादागिरी के बल पर अपने पत्थर, गिट्टी, बजरी आदि से भरे हुए वाहनों पर टैक्स नहीं देना चाहते हैं।

हाईकोर्ट में दायर हो चुकी है याचिका
नगर पालिका द्वारा लगाए गए टैक्स को अवैध बताते हुए पूर्व पार्षद रविकांत गोयल ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। । याचिका पर सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने केवल याचिकाकर्ता के ही वाहनों से पथकर वसूलने पर अंतरिम रोक भी लगाई है। हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से जवाब तलब किया है। मामले की अगली सुनवाई 8 जुलाई को है।

मामले में नगर पालिका ईओ ममता चौधरी का कहना है कि नगर पालिका एक्ट में प्रदत्त अधिकारों के तहत टैक्स वसूलने का टैंडर दिया गया है। शेरगढ़ गांव के ग्रामीण पथकर नहीं देने का दबाव बनाते हैं।