अजमेर में रात को डेढ बजे जमकर बरसात हुई। सिंचाई विभाग के अनुसार 44 एमएम बरसात सुबह साढे़ आठ बजे तक दर्ज की गई। शनिवार को आनासागर झील को खाली करने के लिए गेट डेढ़ फीट तक खोले गए लेकिन रात में बरसात आने के कारण फिर से पानी की आवक हुई और ऐसे में जल स्तर सुबह तक और बढ़ गया। हालाकिं पानी की निकासी जारी है और सिचाई विभाग आनासागर का जल स्तर पर 13 फीट तक लाने का प्रयास करेगा।
रात को करीब डेढ़ बजे से चार बजे तक मूसलाधार बरसात हुई। सड़कों से पानी बह निकला। कहीं नीचले इलाकों में पहले से ही पानी भराव की समस्या थी और बरसात के कारण यह समस्या भी बढ़ गई। सुबह से मौसम अब साफ है।
सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता आनन्द त्रिपाठी ने बताया कि रविवार सुबह आनासागर का जल स्तर 14 फीट 10 इंच है। रात को 44 एमएम बरसात होने के कारण पानी की आवक हुई है। आनासागर से पानी की निकासी जारी रहेगी।
बिपरजॉय तूफान काे अजमेर से विदा हुए एक हफ्ते होने वाले हैं, लेकिन इसका प्रभाव अब भी शहर पर साफ दिख रहा है। मूसलाधार बारिश से जलमग्न हुईं दर्जनों कॉलोनियों में अब भी कीचड़ और गंदगी की भरमार है। अब तक प्रशासन की ओर से सही नहीं किया जा सका है।
रेलवे स्टेशन, पुष्कर रोड, पालबीसला, केसरगंज, ट्रांसपोर्ट नगर, जादूगर, झलकारी, सुभाष नगर, आदर्श नगर, ब्यावर रोड, अजयसर रोड, फॉयसागर रोड़, कोटड़ा, प्रगति नगर, शास्त्री नगर में दाे दिन तक हुई तेज बरसात के कारण बड़े-बड़े गड्ढे हाे चुके हैं।
इन गड़डो में पैचवर्क ताे छोड़िए अभी तक मिट्टी या मलबा तक नहीं डलवाया गया है। पुष्कर रोड स्थित निजी अस्पताल के सामने पूरा गड्ढा पानी से लबालब हाे है। यहां डेयरी बूथ पानी भराव के कारण छह दिन से बंद है। एक ही रोड पर वाहनों का लोड बढ़ गया है।
आम का तालाब, धोलाभाटा, वैशाली नगर, क्रिश्चियनगंज, सागर विहार, वन विहार, गुलमोहर, बर्डपार्क, सागर विहार चौपाटी सहित आसपास के क्षेत्र में कुछ जगहों पर अब भी पानी भरा है। प्रशासन ने जिन कॉलोनियों से पानी उतर गया है, उन कॉलोनियों की सफाई करवाने के बाद पाउडर का छिड़काव तक नहीं करवाया है।
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