जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा है कि जयपुर के टुकड़े नहीं होंगे। जयपुर उत्तर और जयपुर दक्षिण नहीं होगा। अफसर जयपुर के दो टुकड़े करने का फैसला कैसे कर सकते हैं। उन्होंने कहा, सरकार के एक हिस्से ने जब कह दिया कि जयपुर के टुकड़े नहीं होंगे तो मान लेना चाहिए। प्रताप सिंह खाचरियावास जयपुर में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।

खाचरियावास ने कहा- यह मुद्दा कैबिनेट में डिस्कस नहीं हुआ। नहीं तो जयपुर उत्तर और दक्षिण के लिए क्या मैं हां कर देता? मैं उसी समय कैबिनेट में विरोध दर्ज करवाता। यह फैसला होने ही नहीं देता। सरकार ने कर भी दिया तो अब ठीक हो जाएगा। सरकार हमेशा जिद से नहीं चलती है। सरकार प्यार और प्रेम से चलती है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की है तो सुधार हो जाएगा।

मंत्री लालचंद कटारिया जोबनेर को दूदू में मिलाने से नाराज

खाचरियावास ने कहा- सरकार के एक हिस्से ने कह दिया कि जयपुर जयपुर ही रहेगा। इसमें सब बात आ गई है। अब ग्रामीण में दो जिले बने हैं दूदू और कोटपुतली। अगर उन जिलों में ग्रामीण क्षेत्र के इलाके को जाना है तो चले जाएं। हालत यह है कि लालचंद कटारिया से बात हुई है। कटारिया इस बात से नाराज हैं कि जोबनेर को दूदू में मिलाया जा रहा है। वहां के लोग विरोध कर रहे हैं। नाराज होना उनका हक है। कटारिया साथी मंत्री हैं, जोबनेर की जनता अगर दूदू में नहीं जाना चाहती तो उनका हक है।

नए जिलों की घोषणा के समय से जयपुर के दो टुकड़े करने का विरोध

विधानसभा में मार्च में नए जिलों की घोषणा के समय से ही जयपुर उत्तर और दक्षिण में बांटने का विरोध चल रहा है। जयपुर के संगठन एक साझा मंच बनाकर इसका विरोध कर रहे हैं। इस मुद्दे पर कई बार धरने प्रदर्शन हो चुके हैं।

सरकार ने केवल 15 नए जिलों में ही ओएसडी लगाए, विरोध के कारण जयपुर-जोधपुर को छोड़ा

जयपुर और जोधपुर के टुकड़े करके दो-दो जिले बनाने के विरोध को देखते हुए सरकार ने इनमें अभी तक ओएसडी नहीं लगाए हैं। पिछले दिनों 19 में से 15 जिलों में ही ओएसडी लगाए थे। इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि सरकार जयपुर और जोधपुर को दो जिलों में बांटने का फैसला टाल सकती है।