राजस्थान में ईडी (प्रर्वतन निदेशालय) की छापेमारी लगभग पूरी हो चुकी है। वहीं, बुधवार सुबह सांसद किरोड़ी लाल मीणा ईडी ऑफिस पहुंचे। किरोड़ी लाल मीणा DOIT में भ्रष्टाचार को लेकर मामला दर्ज करवाने पहुंचे। शिकायत देकर बाहर आए। इस दौरान किरोड़ी ने कहा- पहले भी वह रीट को लेकर आए थे। ईडी ने उसे सही माना। अब छापे मार रही है। वैसी ही दो मामले एसीबी ने सरकार के पास भेजे थे। इसमें जांच की स्वीकृति मांगी थी, लेकिन सरकार की ओर से जांच की स्वीकृति नहीं दी गई।
उन्होंने कहा- डीओआईटी में 5 हजार करोड़ी का घोटाला था। इसकी शिकायत ईडी के अधिकारी को दी है। उन्होंने कहा- वह जांच करेंगे। डोटासरा जी कह रहे हैं कि ईडी मेरी मौसी है, मौसाजी आप भी सावधान हो जाएं।
ईडी ऑफिस पहुंचे सभी आरोपियों के कागज
इससे पहले देर रात ईडी ने बाबूलाल कटारा, ठेकेदार भजनलाल विश्नोई, सुरेश ढाका के घर से मिले दस्तावेजों को सीज कर अपने साथ ईडी मुख्यालय में लेकर आ गई। ईडी मुख्यालय में इन सभी दस्तावेजों की जांच की जाएगी। इसके बाद ईडी के अधिकारी पूछताछ के लिए किसी को भी बुला सकती हैं। जानकारी के अनुसार ईडी के अधिकारियों ने आरोपियों के बैंकों से ट्रांजेक्शन और लॉकर की जानकारी ली है। वहीं, जिले के रजिस्ट्री कार्यालय से भी कुछ रिकॉर्ड मांगा हैं।
जानकारी के अनुसार, ईडी मुख्यालय में आज से सीज की गई फाइलों पर काम होना शुरू हो जाएगा। दिल्ली से आई टीम के ऑफिसर को आज फाइलें मिल जाएंगी। इसके बाद वह अपनी टीम से काम कराना शुरू करेंगे। जयपुर टीम के पास फाइलों के तथ्य जांचने के अलावा दिल्ली टीम को इस केस में मदद करने की जिम्मेदारी दी गई है। पूछताछ के लिए अब और किसे बुलाना है। यह सीनियर अफसर तय करेंगे।
ईडी की टीम बुधवार शाम को बड़े ब्यूरोक्रेट और नेता के पारिवारिक सदस्य को ईडी मुख्यालय बुलाकर पूछताछ कर सकती है। ईडी के अधिकारी इस समय केवल सीनियर टीचर भर्ती के पेपरलीक के मामले की जांच कर रहे हैं। पेपरलीक के दौरान जिम्मेदार पदों पर बैठे आरपीएससी अध्यक्ष से लेकर सदस्यों और कर्मचारियों से भी पूछताछ की जाएगी। दिल्ली से आई एक टीम ने इन जिम्मेदारों की नामी और बेनामी संपत्ति का ब्योरा निकाल लिया है। इस आधार पर भी इन जिम्मेदारों से कुछ दिनों में ईडी मुख्यालय में बुलाकर पूछताछ करने की ईडी तैयारी कर चुकी है।
आरोपियों ने पेपरलीक से अर्जित किया पैसा कहां खपाया,किसे दिये ,सब रिकॉर्ड पर
राजस्थान में ईडी की छापेमारी से पहले राजस्थान प्रर्वतन निदेशालय की टीम ने कई विषयों पर काम किया है। इसमें एसओजी के द्वारा पकड़े गए आरोपियों के मनी लॉड्रिंग की जांच, करोड़ों रुपए की किस तरह से बंदरबांट हुई। किसे कितना मिला और उस पैसे का किसने क्या किया। इन सभी सवालों के जवाब ईडी के पास मौजूद हैं। क्योंकी एसओजी ने इन सभी को आरोपी बनाया हुआ है। ऐसे में ईडी अपने ऑपरेशन में देरी कर रही है। वहीं, जो लोग जेल जाकर बाहर आ चुके हैं या फिर अभी तक उन पर किसी भी एजेंसी ने शिकंजा नहीं सका है। उनसे आज से ईडी मुख्यालय में पूछताछ शुरू होने वाली है।
सुरेश ढाका के पीछे राजस्थान पुलिस-एसओजी और अब ईडी
राजस्थान में हुए पेपरलीक के हर सवाल का जवाब सुरेश ढाका के पास है। इसलिए राजस्थान में ईडी की एंट्री के बाद राजस्थान पुलिस, एसओजी सुरेश ढाका की तलाश में जुटी हुई हैं। क्योंकी अगर ईडी के हाथ सुरेश ढाका पहले लगता है तो प्रदेश के कई नेता और ब्यूरोक्रेट ईडी के निशाने पर सीधे होंगे। इसलिए राजस्थान पुलिस की हर एजेंसी सुरेश ढाका को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। वहीं, ईडी की स्पेशल विंग भी सुरेश ढाका को पकड़ने के लिए अपने सोर्स को एक्टिव कर चुकी हैं। पूरे देश में उसे पकड़ने के लिए ईडी ने भी अपने स्तर पर काम करना शुरू कर दिया है।
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