उदयपुर शहर के बढ़ते तापमान के बीच सियासी पारा भी बढ़ गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की 12 जून को उदयपुर में प्रस्तावित यात्रा से पहले कांग्रेस व भाजपा आमने-सामने हो गए।
उदयपुर के हिरणमगरी स्थित स्व. खेमराज कटारा राजकीय सेटेलाइट हॉस्पिटल में पूर्व मंत्री स्व. खेमराज कटारा की मूर्ति अनावरण को लेकर राजनीति गरमा गई है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आ रहे है उससे पहले भाजपा ने इसको लेकर विरोध शुरू कर दिया है। भाजपा ने सवाल उठाए की सेटेलाइट अस्पताल सरकारी प्रॉपर्टी है फिर वहां मूर्ति लगवाना गलत है। दूसरी तरफ इस मामले को लेकर कांग्रेस ने सीधे तौर पर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि गहलोत सरकार के महंगाई राहत कैंप से भाजपा बोखला गई है।
शनिवार की शाम को कांग्रेस नेता और कटारा के पुत्र विवेक कटारा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि इससे पूर्व में कई मुख्यमंत्रियों, मंत्रियों और जनसेवकों की मूर्तियों का अनावरण हो चुका है, कटारा ने कहा कि जब जनहित में इस अस्पताल की नीवं रखी गई थी तब भी इन्हीं लोगों ने मुख्यमंत्री को काले झण्डे दिखाए थे। कटारा ने कहा कि उदयपुर में भी विपक्ष ने सरकारी खर्चे पर सुन्दर सिंह भंडारी की मूर्ति गोवर्धन सागर पर एवं दीनदयाल पार्क दुधतलाई में दीनदयाल की मूर्ति का अनावरण किया है जिसका कभी कांग्रेस ने विरोध नहीं किया है।
भाजपा घबरा गई है : झाला
देहात कांग्रेस जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला ने कहा कि भाजपा के लोग गहलोत सरकार के महंगाई राहत कैंप में मिल रहे रेस्पांस से घबरा गए है। पूर्व विधायक सज्जन कटारा ने कहा कि विपक्ष का उद्देश्य यही हैं कि कोई भी जनहित का कार्य नहीं हो।
भाजपा ने दिए ज्ञापन, बोले अनावरण कार्यक्रम पर रोक लगाए
इधर, भारतीय जनता पार्टी शहर जिला ने राज्यपाल के नाम संभागीय आयुक्त के जरिए ज्ञापन देकर सेटेलाइट हॉस्पिटल हिरणमगरी में स्व. खेमराज कटारा की प्रतिमा के अनावरण समारोह को रोकने के लिए निर्देश देने का आग्रह किया। ज्ञापन में बताया गया कि अनावरण मुख्यमंत्री के हाथों होना तय हुआ है जिसकी संपूर्ण तैयारियां जिला प्रशासन एवं चिकित्सा विभाग कर रहा है जो कि एक गलत परंपरा है। ज्ञापन में बताया गया कि इस हॉस्पिटल का पूर्व में ही जनप्रतिनिधियों द्वारा शिलान्यास किया जा चुका था परंतु 23 मई 2000 को प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री ने पुन: शिलान्यास किया जिसका उस समय विभिन्न सामाजिक संगठनों जनप्रतिनिधियों एवं कार्यकर्ताओं ने विरोध किया था।
किसी आदिवासी समाज के महापुरुष की प्रतिमा लगाए
भाजपा ने कहा कि इस जगह पर आदिवासी समाज के किसी महापुरुष की प्रतिमा लगे जो आमजन को प्रेरणा देने का कार्य करें। भाजपा मीडिया प्रभारी चंचल कुमार अग्रवाल ने बताया कि भाजपा शहर जिलाध्यक्ष रविंद्र श्रीमाली के नेतृत्व में ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, शहर जिला उपाध्यक्ष तख्तसिंह शक्तावत, पूर्व महापौर रजनी डांगी, जिला मंत्री अमृत मेनारिया, मंडल अध्यक्ष देवी लाल सालवी, जितेंद्र मारू आदि उपस्थित थे। बाद में जिला कलेक्ट्री में जिला कलक्टर ताराचंद मीणा एवं पुलिस उप अधीक्षक से भेंटकर उन्हें भी वस्तु स्थिति से अवगत कराया।
विरोध मुद्दों पर आधारित व सकारात्मक हो : विप्लवी
इधर, पूर्व पार्षद व भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष विजय प्रकाश विप्लवी ने भाजपा शहर जिलाध्यक्ष श्रीमाली को पत्र लिखकर अपनी बात रखी। विप्लवी ने कहा कि हम विपक्ष का अर्थ यह भी नहीं होना चाहिए कि हम सरकार की हर बात का विरोध करने का संकल्प ले। राजनीति में विरोध मुद्दों पर आधारित व सकारात्मक होना चाहिए। विप्लवी ने कहा कि सेटेलाइट अस्पताल का निर्माण स्व. कटारा के कार्यकाल में मात्र तीन वर्ष में हुआ था और कालांतर में चिकित्सालय का नामकरण सरकार ने उनके स्व. कटारा के नाम पर कर दिया तब हमने कोई विरोध नहीं किया तो अब उनकी प्रतिमा अनावरण का विरोध मेरी राय में बिना विचार विमर्श किए जल्दबाजी में किया गया निर्णय है।
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