नागौर ब्यूरो रिपोर्ट। 

लाडनूं और रतनगढ़ विधायक को जान से मारने की धमकी देने और 2 करोड़ रुपए की फिरौती मांगने के आरोपियों को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। नागौर पुलिस ने राज्य स्तरीय सनसनीखेज प्रकरण का खुलासा करते हुए आरोपियों को दबोचा। कुवैत से इंटरनेट कॉलिंग के जरिए लाडनूं विधायक मुकेश भाकर और रतनगढ़ विधायक अभिनेष महर्षि को धमकी दी गई थी।

पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपी पवन गोदारा और संजय चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में सामने आया कि राजू ठेहट हत्याकांड में फरार आरोपियों को पकड़वाने और प्रकरण को हाई लाइट करने के लिए रोहित गोदारा के नाम से इंटरनेट कॉल के जरिए धमकी दी गई थी।

मामले में नागौर पुलिस ने पिछले 2 महीने में देश के 12 से ज्यादा राज्यों और शहरों में टीमें भेजकर तकनीकी साक्ष्य जुटाए। इसके अलावा 1000 से ज्यादा मोबाइल नंबर की सीडीआर की जांच की गई। वहीं 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की गई। रोहित गोदारा की गिरफ्तारी और सरकार पर दबाव बनाने और उसके खिलाफ अन्य प्रकरण दर्ज करवाने के लिए रोहित गोदारा के नाम से धमकी दी गई थी। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए दोनों बदमाशों के खिलाफ पहले से कई थानों में आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।

विधायक को जान से मारने की मिली थी धमकी

लाडनूं विधायक मुकेश भाकर को 3 अप्रैल की रात 11 बजे धमकी मिली थी। फोन करने वाले ने खुद का नाम रोहित गोदारा बताया। विधायक को जान से मारने की धमकी दी गई। प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए एसपी राममूर्ति जोशी ने एक विशेष टीम का गठन किया। विधायक को अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया करवाई गई। वहीं स्थानीय पुलिस को विशेष सतर्क रहने के निर्देश दिए गए।

पुलिस के अथक प्रयास लाए रंग

एसपी ने बताया कि एक विशेष टीम को थानाधिकारी लाडनूं के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा भेजी गई। जहां उन्होंने लाडनूं विधायक को जिस नम्बर से कॉल कर धमकी दी गई, उसके संबंध में तकनीकी साक्ष्य जुटाए। तकनीकी साक्ष्यों की कड़ी से कड़ी जोड़ने के लिए रिवर्स सोशल इंजीनियरिंग के माध्यम से जानकारी जुटाई। संदिग्ध व्यक्तियों के ठिकाने अगरतला (त्रिपुरा), कोलकाता, दहारकण्डा, हकीमपुर, गोपालनगर, पेट्रोपॉल, परगना पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश बॉर्डर पर तलाश की गई। टारगेट नम्बर की ओर से किए गए आउट गोइंग कॉल का विश्लेषण किया गया तो कुछ नम्बरों का कनेक्शन पंजाब हरियाणा की ओर आने से एक टीम को वहां भेजा गया। कनेक्टिविटी के दायरे में आए सैकड़ों नम्बरों को भौतिक रूप से चेक कर जानकारी जुटाई।

इंटरनेट कॉल से दी धमकी

वहीं पंजाब, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और बांग्लादेश बॉर्डर पर भेजी गई टीमों द्वारा एकत्रित तकनीकी सबूतों और ग्राउंड रिपोर्ट को साइबर टीमों द्वारा समग्र रूप से समीक्षा करने पर पाया कि उक्त टारगेट नम्बर से लाडनूं विधायक को जो कॉल आया था वो जरिए सिम बॉक्स विदेश से आया था और वो इंटरनेट कॉल था। इसके बाद आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला गया और दबिशें दी गई। वहीं दो महीने में विभिन्न पुलिस टीमों द्वारा पंजाब हरियाणा, दिल्ली पश्चिम बंगाल राज्यों में काफी दिनों तक कैम्प किया। 2 जून को दिल्ली में कैम्प कर रही पुलिस की टीम द्वारा थ्रेट कॉलर सुजानगढ़ रहने वाले पवन गोदारा को कुवैत से भारत वापसी पर दिल्ली एयरपोर्ट से दस्तयाब किया गया। पवन गोदारा से पूछताछ के बाद उसके सलाहकार मास्टर माइन्ड गोरधनपुरा, थाना नीमकाथाना जिला सीकर रहने वाले संजय चौधरी पुत्र गणपतराम जाट को नीमकाथाना से दस्तयाब करने में सफलता हासिल की।