पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने एक बार फिर अपने विरोधियों पर निशाना साधा है। दौसा में राजेश पायलट की मूर्ति के अनावरण के बाद सभा को संबोधित करते हुए पायलट ने सीएम अशोक गहलोत के एक बयान का जवाब दिया।
उन्होंने कहा कि हम गरीबों की मदद करें तो केंद्र सरकार कहती है कि आर्थिक दिवालिया हो जाएंगे और अगर मैं नौजवानों की मदद करूं, जिनके साथ धोखा हुआ है तो लोग कहते हैं कि मानसिक दिवालिया हो जाएगा। सच्चे मन से गरीब, नौजवानों की मदद करने के लिए बड़ा दिल होना चाहिए।गौरतलब है कि इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पायलट की मांगें मानने से इनकार करते हुए पेपरलीक मामले पर मुआवजे की मांग को बुद्धि का दिवालियापन बताया था।
वहीं वसुंधरा सरकार के घोटालों का जिक्र करते हुए पायलट ने कहा कि पांच साल प्रदेशाध्यक्ष रहा तो सरकार के दांत खट्टे कर दिए। मैंने साल के 365 दिन वसुंधरा सरकार का विरोध किया। कभी कोई गलत बात नहीं कही, लेकिन यदि उन्होंने खान आवंटित की, मामला उठा तो कैंसिल कर दिया, लेकिन जांच तो होनी चाहिए। किसी ने सही कहा है कि हर गलती सजा मांगती है। हमारे आपस में कैसे भी संबंध हों, सबसे बड़ा न्याय नीली छतरी वाला करता है। आज नहीं तो कल न्याय जरूर मिलेगा।
मैं पीछे हटने वाला नहीं हूं
मैंने जो आवाज उठाई है, उससे पीछे हटने वाला नहीं हूं। हम किसी पद पर हों या न हों, जनता हमेशा याद रखती है कि कहते क्या थे, करते क्या थे? मेरे लिए जनता की विश्वसनीयता ही सबसे बड़ी पूंजी है। मैंने कभी ऐसा कोई काम नहीं किया, जिससे इस विश्वास में कमी आ सके... आगे भी नहीं आने दूंगा।
राजनीति में बात रखना जरूरी है
परिस्थिति कोई भी हो, आप लोगों के लिए संघर्ष करना और न्याय दिलाने का वादा आज भी है और कल भी रहेगा। राजनीति में बात रखना जरूरी है, बेबाकी से बोलना, सच्चाई और ईमानदारी के साथ विपरीत परिस्थितियों में समझौता न करना राजेश पायलट ने सिखाया है। भगवान की कृपा है कि जो मेरी आत्मा बोलती है, वही जनता भी बोलती है।
भविष्य में निराशा दिखे तो मेहनत करने का मन नहीं करता
राजनीति में भ्रष्ट लोगों और भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं है। भविष्य में यदि निराशा दिखती है तो मेहनत करने का मन नहीं करता है। मुझे भी राजनीति में 20 साल हो गए, मैंने हमेशा नौजवानों का भविष्य बेहतर बनाने के लिए काम किया है। मेरी आवाज में बुलंदी दौसा के लोगों के कारण है।
राजेश पायलट भी लटके-झटके देते थे
उन्होंने कहा कि राजेश पायलट ने छोटे से किसान के घर में जन्म लिया और ऊंचाई पर पहुंचकर भी अपना दामन साफ रखा है, यह एक राजनेता की सबसे बड़ी सफलता है। राजेश पायलट की राजनीति अनोखी रही है, कभी-कभार वो भी राजनीति में लटके-झटके देते थे, लेकिन उनके जहन में गरीब और वंचित रहते थे।
मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को भाषण देने से रोका
सभा में कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामजीलाल ओढ़ ने मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा का नाम भाषण देने के लिए अनाउंस किया तो सामने मौजूद भीड़ ने जोरदार तालियां बजाई। इसी बीच सचिन पायलट अपनी कुर्सी से खड़े हुए और गुढ़ा के कान में कोई बात कहते हुए भाषण देने के लिए माइक स्टैंड पर जा पहुंचे। बताया जा रहा है कि सचिन पायलट को कार्यक्रम के बाद अपने पैतृक गांव बैदपुरा के लिए निकलना था इसलिए समय कम होने की बात कहते हुए भाषण देने से गुढ़ा को रोक दिया।
पायलट स्मारक पर पहुंचे 6 मंत्री व 9 MLA
राजेश पायलट को श्रद्धांजलि देने के लिए भंडाना स्थित स्मारक पर चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा, महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, परिवहन मंत्री बृजेंद्र ओला, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, मंत्री हेमाराम चौधरी, कृषि विपणन राज्य मंत्री मुरारीलाल मीणा पहुंचे थे।
यहां विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत, ओमप्रकाश हुडला, मुकेश भाकर, रामनिवास गावड़िया, खिलाड़ी राम बैरवा, इंद्राज गुर्जर, जीआर खटाना, राकेश पारीक व सुरेश मोदी समेत जयपुर की पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल, पूर्व विधायक नसीम अख्तर, नवीन पिलानिया, महेंद्र सिंह रलावता व महेंद्र मीणा भी सचिन पायलट के साथ प्रार्थना सभा में मौजूद रहे।
मूर्ति अनावरण में 4 मंत्री मौजूद रहे
गुर्जर छात्रावास में आयोजित राजेश पायलट की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में मंत्री हेमाराम चौधरी, मुरारी लाल मीणा, राजेंद्र गुढ़ा ही शामिल हुए। वहीं खादी बोर्ड अध्यक्ष ब्रजकिशोर शर्मा, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी, राजस्थान यूनिवर्सिटी अध्यक्ष निर्मल चौधरी समेत कई अन्य नेता शामिल हुए।
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