जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मंगलवार को झारखंड के दौरे पर रहेगी। केन्द्र की भाजपा सरकार के 9 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में चल रहे महाजनसंपर्क अभियान के तहत वे देवघर जिले में आयोजित जनसभा को संबोधित करेगी। इससे पहले राजे बाबा बैद्यनाथ धाम में पूजा-अर्चना करेगी। वैद्यनाथ धाम के दर्शन के बाद वे जनसभा को संबोधित करेगी।

भाजपा केन्द्रीय नेतृत्व ने झारखंड की 14 लोकसभा सीटों को चार कलस्टर में बांटा है। इसमें दूसरे कलस्टर में शामिल चार लोकसभा सीटें दुमका, गोड्डा, गिरीडीह और कोडरमा की जिम्मेदारी वसुंधरा राजे को दी गई है। वहीं, इन सीटों पर उनका साथ देने के लिए मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री कमल पटेल को भी लगाया गया हैं।

चार में से 3 सीटें बीजेपी के पास
जिन चार सीटों की जिम्मेदारी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को दी गई है। उनमें से 3 सीटें पिछले लोकसभा चुनावों में भाजपा ने जीती थी। दुमका सीट से बीजेपी के सुनील सोरेन, गोड्डा लोकसभा सीट से बीजेपी के निशिकांत दूबे, कोडरमा लोकसभा सीट से बीजेपी की अन्नपूर्णा देवी यादव सांसद चुनी गई थी। गिरीडीह लोकसभा सीट पर ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन से चंद्र प्रकाश चौधरी चुने गए थे। इस पर भाजपा की नज़र झारखंड की 14 लोकसभा सीटों पर है। भाजपा का केन्द्रीय नेतृत्व चाहता है कि झारखंड की सभी सीटों पर जीत दर्ज की जाए।

ऋषिकेश में किया गंगा पूजन
वसुंधरा राजे ने रविवार को ऋषिकेश पहुंचकर वहां गंगा पूजन किया। वे ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम पहुंची। यहां उन्होंने चल रहे हवन अनुष्ठान में आहुति दी। वहीं गंगाघाट पहुंचकर गंगा पूजन भी किया। इस दौरान राजे ने आश्रम में चल रही रामकथा का भी श्रवण किया। इसका जिक्र राजे ने स्वयं ट्वीट करके भी किया। राजे ने लिखा शिव नगरी ऋषिकेश में पूज्य संत, मुरलीधर महाराज और पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज के श्रीमुख से राम कथा श्रवण का सौभाग्य प्राप्त हुआ।

पायलट पर भी कसा तंज
राजे ने टवीट करके सचिन पायलट पर भी तंज कसा। राजे ने आश्रम की रामकथा में अपने संबोधन के फोटो के साथ टवीट करते हुए लिखा, एक समय था जब पिता के आदेश पर भगवान राम सिंहासन छोड़ कर 14 वर्ष तक वनवास गए। भरत को सिंहासन पर बैठाने की भी तैयारी हुई, लेकिन उन्होंने त्याग की मिसाल पेश की। बड़े भाई राम की चरण पादुकाओं को सिंहासन पर रख कर ही शासन चलाया, लेकिन खुद सिंहासन से दूर रहे।
एक उस समय का दोनों भाइयों का त्याग देखिए और "आज राजस्थान में दो लोगों में सिंहासन के लिए जो संघर्ष हो रहा है, वह देखिए। कुर्सी के लिए किस तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। एक दूसरे पर तीर चलाये जा रहें है। लोगों के मुख में राम, बग़ल में छुरी है"। दरअसल रविवार सुबह ही राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए सचिन पायलट ने वसुंधरा राजे सरकार के भ्रष्टाचार का मामला एक बार फिर उठाया था। जिसका जवाब राजे ने रविवार रात टवीट करके दिया।