जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने कांग्रेस में नए युवाओं को आगे लाने और बुजुर्गों को सीट छोड़ने की सलाह दी है। भरत सिंह ने मुख्यमंत्री को भी अगली बार सीएम की दावेदारी छोड़कर युवाओं को आगे करने की सलाह देकर सियासी चर्चाएं छेड़ दी हैं। भरत सिंह ने कहा- मेरे सुझाव पर चलेंगे तो रिपीट करेगी गहलोत जी खुल पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मंच पर आएं और कहे कि मैं मुख्यमंत्री का दावेदार नहीं हूं, नए लोगों को आगे करूंगा कल ही नक्शा प्लॉट जाएगा। मगर यह मोह छूटता नहीं है। भरत सिंह जयपुर में कांग्रेस वॉर रूम में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
भरत सिंह ने कहा- यह मोह माया है, छूटती नहीं है। मुझे किसी ने कहा थोड़े ही है कि अगला चुनाव मत लड़ो। यह तो मैं कह रहा हूं कि चुनाव नहीं लड़ूंगा। यह बात मुख्यमंत्री को बोलने चाहिए, बेटे को आगे करें कि एमएलए बनाओ। नए लोगों को आगे आने दो। आने दीजिए युवाओं को। जिस तरह बुजुर्ग दुकानदार जवान बेटे को दुकान पर आगे बैठाकर पीछे बैठकर व्यवस्था देखता है वैसे ही करना चाहिए। नए लोगों को आगे लाना चाहिए।
भरत सिंह ने कहा- मैं तो कह रहा हूं, मैं तो खुद करके दिखा रहा हूं कि मैं अगला चुनाव नहीं लड़ूंगा। मेरे सुझाव पर चलेंगे तो जरूर सरकार रिपीट होगी। सीएम अशोक गहलोत खुलकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करें और कहें कि मैं मुख्यमंत्री का दावेदार नहीं हूं और युवाओं को आगे करके कह दें सरकार बन जाएगी लेकिन पहले मोह छोड़ें। यह सत्ता का नशा शराब के नशे से भी ज्यादा का होता है छूटता नहीं है।
गलत आदमी को राजी रखने मुख्यमंत्री नीलकंठ बने हुए हैं, जहर पी रहे हैं
उल्टा लेटर लिखने के सवाल पर भरत सिंह ने कहा- जैसे आदमी समझता है उसे समझाना पड़ता है। कई बार बच्चा समझता नहीं है तो उसको एप्पल बनाकर समझाना होता है। यह समझाने का तरीका है। लेटर का जवाब मिलता है बहुत काम हुआ है। बहुत चीजों में काम करने में दिक्कत आती है। गलत आदमी को राजी रखने के लिए जहर पीना पड़ता है। सीएम नीलकंठ बने हुए बैठे हैं। मुख्यमंत्री जहर पी रहे हैं।
चार साल लेटर लिखने से बहुत काम हुआ
चार साल से लेटर लिखने के सवाल पर भरत सिंह ने कहा- चिट्ठी लिखने से बहुत सारे काम हुए हैं। दुर्भाग्य यह है कि मेरे को वह काम करना पड़ रहा है तो बीजेपी को करना चाहिए। बीजेपी में कोई हिम्मत नहीं है चुपचाप बैठे हुए हैं। बीजेपी में तो दम ही नहीं है कि सड़क पर आकर सही बात कहें। हम तो कांग्रेस के लोग साहस करके मुद्दे उठाते हैं।
बीजेपी में होता तो मक्खी की तरह निकाल फेंकते
भरत सिंह ने कहा- यह कांग्रेस पार्टी है जो भरत सिंह बोलता है उसको सुनते हैं, उसका समाधान करते हैं। मुद्दा उठाते हैं तो तसल्ली के साथ जवाब देते हैं। बीजेपी में होता तो मक्खी की तरह निकाल कर फेंक देते। हम तो बोल रहे हैं कांग्रेस में और हमें गंभीरता से सुनते हैं। कांग्रेस पार्टी की ताकत है कि यहां बोलने की हिम्मत भी रखते हैं और सुनने का माद्दा भी रखते हैं, बीजेपी में यह नहीं है।
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