अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट।
उद्योग एवं देवस्थान विभाग मंत्री शंकुतला रावत की अध्यक्षता में निवेश प्रस्तावों की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। इसमें आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ ने जिले के औद्योगिक विकास के लिए नए उद्यमों को धरातल पर तत्काल आरम्भ करने की आवश्यकता बताई।
उद्योग एवं देवस्थान विभाग मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि अजमेर जिला उद्यम स्थापना के क्षेत्रा में अग्रणी है। उद्यम स्थापना के सम्बन्ध में विभागों के द्वारा आपसी समन्वय के साथ किए गए कार्यों से ऐसा सम्भव हो पाया है। जिले में इन्वेस्टमेंट समिट के कार्यक्रम के दौरान 5 हजार 702 करोड़ के 267 एमओयू तथा 15 हजार 380 करोड़ के 104 एलओयू हुए थे। इनसे 72 हजार से अधिक व्यक्तियों को रोजगार मिलने की सम्भावना है। इनमें से 148 का कार्य पूर्ण हो गया है। साथ ही 80 उद्यमों स्थापना प्रगतिरत है। जिले में 60 उद्यमों ने अपना कार्य आरंभ कर दिया है।
उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों के पास 8 उद्यमों की पत्रावलियां बकाया है। सम्बन्धित विभाग के साथ चर्चा कर इन्हें तत्काल निस्तारित करवाए जाए। आवश्यकता होने पर सम्बन्धित उद्यमी से दस्तावेज प्राप्त कर फोलोअप करें। यह कार्य निर्धारित समयावधि में होना चाहिए। सरकार द्वारा जारी निति का लाभ छोटे उद्यमों को भी मिलना सुनिश्चित किया जाए। किशनगढ़ के हाई टेक टेक्सटाईल पार्क को रीको द्वारा विकसित किया जाएगा। इसके लिए अजमेर विकास प्राधिकरण आगामी एक सप्ताह में भूमि का कब्जा देगा। विभागीय योजनाओं की जानकारी के लिए कार्यशाला का आयोजन होगा।
संपत्तियों का हुआ हस्तान्तरण
उन्होंने कहा कि सावित्राी माता मन्दिर के पास निर्मित सम्पतियों का सोमवार को हस्तांतरण किया गया। राजस्थान पर्यटन विकास निगम के माध्यम से प्रसाद योजना के अन्तर्गत भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा एक करोड़ 95 लाख की लागत से संचालित सृजित की गई थी। इससे सावित्राी माता मन्दिर के प्रवेश द्वार पर 9 स्मारिक दुकानंे, आगन्तुकों के लिए एक सामुदायिक भवन तथा सुविधा ब्लॉक बनाए गए थे। इन्हें आरटीडीसी द्वारा नगरपालिका को सुपुर्द किया गया।
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