जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट से सुलह की कोशिशों के लिए दिल्ली में हुई बैठक पर पहली बार अपना पक्ष रखा है। एक इंटरव्यू में सीएम ने कहा- ‘पायलट से सुलह परमानेंट है।
मीडिया वाले उसे हवा दे देते हैं। राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल ने हमें बिठाकर बात करा दी है।
सभी को प्यार-मोहब्बत से समझा दिया है। सवाल व्यक्तिगत नहीं, देश का है। आज कांग्रेस देश की जरूरत है।’ सीएम ने मानेसर मामले को लेकर कहा- ‘मैंने सबको माफ कर दिया। जैसलमेर में होटल से निकलते ही मैंने कहा था कि भूल जाओ, आगे बढ़ो।’ सीएम ने बताया कि वे पायलट को ढाई साल की उम्र से जानते हैं। यह बात उन्हें खुद पायलट ने दिल्ली में हुई सुलह बैठक के दौरान बताई।
पायलट की मांग पर बोले- आरपीएससी कमेटी संवैधानिक, भंग नहीं कर सकते
सीएम से पूछा गया था कि पेपर लीक को लेकर पायलट आरपीएससी की पूरी कमेटी को भंग करने की मांग कर रहे हैं। इस पर सीएम ने कहा- वे हमारी पार्टी के सदस्य हैं, इसलिए उनकी बात का ज्यादा वजन हो जाता है। उनकी मांग के बाद हमने पता किया था लेकिन ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि आरपीएससी कमेटी को हम भंग कर दें। यह संवैधानिक मामला है।
25 सितंबर की घटना का दुख
गहलोत ने 25 सितंबर 2022 को समानांतर बैठक के मामले में कहा- तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से दिया गया प्रस्ताव पारित नहीं होना, मेरे लिए कल्पना से बाहर की बात थी। मैंने तब तनोट माता मंदिर में दर्शन के बाद मीडिया से कहा भी था कि दो लाइन का प्रस्ताव पास होना है। हम सारा फैसला सोनिया गांधी पर छोड़ते हैं। जब हम जयपुर पहुंचे ताे मालूम पड़ा कि धारीवाल जी के घर विधायक इकट्ठा हुए हैं। परसेप्शन बना कि मैं यह क्यों करवा रहा हूं। जबकि हमें मालूम नहीं था। मैं कहना चाहता हूं कि राजस्थान की कांग्रेस हमेशा हाईकमान के साथ रही है। मैं उस परिवार के लिए कुछ भी कर सकता हूं। कैसी भी स्थिति भी आ जाए, इस परिवार के लिए तो मैं कुछ भी करने को तैयार हूं।
सभी प्रदेशों की डिस्कॉम कंपनियां घाटे में
100 यूनिट फ्री बिजली को लेकर बजट और डिस्कॉम के घाटों पर गहलोत ने कहा- जबसे डिस्कॉम कंपनियां बनी हैं, तब से घाटे में हैं। घाटे की आपूर्ति सरकार करती है। हर राज्य में ये कंपनियां घाटे में ही हैं।
रंधावा ने कहा- बड़ी उम्र वाले नेता सत्ता का मोह त्यागें
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने बुधवार को कहा कि बड़ी उम्र वाले नेताओं को अपने आप ही सत्ता का मोह त्याग देना चाहिए। बड़ी उम्र या कट ऑफ एज पॉलिटिक्स में नहीं हो सकती, पर हमारी पार्टी यूथ को साथ लेकर चलती है। जो जीतेगा उसकाे टिकट देंगे। दो बार के हारे प्रत्याशियों के सवाल पर रंधावा बोले- इस पर हम गंभीरता से बात कर रहे हैं।
- विधायक भरतसिंह बोले- गहलोत को कुर्सी का मोह छोड़ देना चाहिए। बेटे व युवाओं को आगे लाएं।
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