करौली ब्यूरो रिपोर्ट।
प्रदेश में 19 नए जिलों के घोषणा के बाद तहसील और कस्बों को नए जिले में शामिल करने या पुराने जिले में यथावत रखने की मांग उठने लगी है। करौली जिले के श्रीमहावीरजी के ग्रामीणों ने कलेक्टर से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर श्रीमहावीरजी, चांदन गांव क्षेत्र को यथावत करौली जिले में रखने की मांग की है।
चांदन गांव के सरपंच लक्ष्मण ने बताया कि दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्रीमहावीरजी भारत का प्रमुख धार्मिक तीर्थ क्षेत्र है। इसकी पहचान करौली जिले से है। श्री महावीरजी का सदियों से करौली जिले से सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक जुड़ाव रहा है। करौली और श्रीमहावीरजी के बीच अच्छी सड़कें हैं, जिससे लोगों को जिला मुख्यालय तक पहुंचने में आसानी रहती है। क्षेत्र के प्रशासनिक कामों में जिला मुख्यालय करौली का हमेशा सहयोग रहा है। कुछ लोगों की ओर से पिछले कई दिनों से श्रीमहावीरजी को नव सृजित जिला गंगापुर सिटी में जोड़ने की मांग की की जा रही है। इसका क्षेत्र का हर व्यक्ति विरोध करता है। अधिकतर क्षेत्रवासियों की इच्छा है कि श्रीमहावीरजी क्षेत्र को करौली जिले में यथावत रखा जाए।
सरपंच ने बताया कि कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर श्रीमहावीरजी क्षेत्र को करौली जिले में यथावत रखने की मांग की है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि श्रीमहावीरजी क्षेत्र के प्रशासनिक स्वरूप से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं होगी। अगर कोई छेड़छाड़ की जाती है तो क्षेत्र के लोग सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होंगे। श्रीमहावीरजी क्षेत्र के धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व को ध्यान में रखते हुए श्रीमहावीरजी तहसील क्षेत्र को करौली जिले में यथावत रखा जाए। इस दौरान धर्मराज, अतर पटेल, सिरमोहर, श्रीमन, मोहन आदि मौजूद रहे।
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