जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।   

राजस्थान लोकसेवा आयोग (आरपीएससी) की ओर से आयोजित वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी दूसरे दिन मंगलवार को भी जारी रही।विश्वस्त सूत्राें के अनुसार, अब तक की कार्रवाई से एजेंसी को नकल गिरोह की ओर से रकम के लेन-देन में कांग्रेस के दो बड़े नेताओं के रिश्तेदारों के शामिल होने की शुरुआती जानकारी मिली है। ईडी इनके ठिकानों पर छापा मारने की तैयारी कर रही है। इनकी कॉल डिटेल और बैंक अकाउंट खंगाले जा रहे हैं।

वहीं, ईडी की एक टीम छापेमारी के पहले से ही पेपर लीक में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े संदिग्धों की नामी-बेनामी बेनामी संपत्तियों की जानकारी इकट्‌ठा करने में जुटी है। इधर, सूत्रों का कहना है कि आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा के कुछ आदिवासी नेताओं से भी संबंध थे। ईडी को शिकायत मिली है कि कटारा ने आरपीएससी मेंबर बनने के लिए इन्हें डेढ़ करोड़ रुपए दिए थे। हालांकि, इसमें कितनी सच्चाई है, इसकी पड़ताल के लिए ईडी कटारा से पूछताछ करेगी। इस मामले में अलग केस दर्ज कर कटारा की कस्टडी मांगी जा सकती है।

इसके अलावा स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की पकड़ से बाहर चल रहे कुछ अन्य से भी पूछताछ हो सकती है। आराेपियाें का किस तरह से नेताओं से कनेक्शन रहा, ऐसी शिकायताें की पड़ताल जांच का मुख्य केंद्र रहेगा। इसमें कटारा के अलावा कई काेचिंग संचालक भी शामिल हैं।

वरिष्ठ शिक्षक भर्ती मामले में कटारा, वाॅइस प्रिंसिपल शेरसिंह उर्फ अनिल मीणा, काेचिंग संचालक भूपेन्द्र सारण सहित करीब 60 आराेपियाें काे एसओजी व उदयपुर पुलिस गिरफ्तार कर चुकी। वहीं, एक लाख रुपए का इनामी मास्टरमाइंड सुरेश ढाका सहित करीब 50 आराेपी फरार हैं। फरार आराेपियाें में 40 से ज्यादा अभ्यर्थी हैं।

यह जानकारी भी सामने आई है कि ईडी अब आरपीएससी अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय से भी पूछताछ करेगी। एजेंसी ने उन्हें व आरपीएससी के तत्कालीन सचिव हरजी लाल अटल को नोटिस जारी किए थे। अटल ने तो अपने बयान दर्ज करवा दिए, लेकिन श्रोत्रिय ने अभी तक ऐसा नहीं किया है। एजेंसी ने हरजी लाल अटल से वरिष्ठ अध्यापक भर्ती के लिए पेपर बनाने से लेकर परीक्षा होने की तक की प्रक्रिया से जुड़े सवाल पूछे। सूत्राें के अनुसार ईडी के अधिकारी संजय श्रोत्रिय से वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा का जिम्मा आरपीएससी सदस्य बाबू लाल कटारा को सौंपने और पेपर की गोपनीयता से जुड़े सवाल पूछ सकते हैं।

भाजपा नेताओं ने ईडी दफ्तर जाकर दावा किया था कि कांग्रेस के नेता और कुछ अफसर भी इस प्रकरण में शामिल हैं। चूंकि स्टेट एजेंसी उन तक नहीं पहुंच सकती है। ऐसे में ईडी या अन्य केंद्रीय एजेंसी इसकी पड़ताल का हिस्सा रहे। डाॅ. किराेड़ीलाल मीणा ने प्रमुखता से इसकी मांग रखी।

ईडी के एक्शन में आने के बाद स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने पेपर लीक के मास्टरमाइंड सुरेश ढाका की तलाश तेज कर दी है। शीर्ष स्तर पर नए सिरे से रणनीति बनाई गई है। एसओजी को कर्नाटक, गुजरात, बंगाल व महाराष्ट्र में छिपे होने का नया इनपुट मिला है। बता दें कि ढाका पिछले साल 23 दिसंबर को वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद से ही फरार है। उस पर 1 लाख का इनाम घोषित है।

ईडी ने कटारा, भूपेंद्र सारण, सुरेश बिश्नोई व सुरेश ढाका के ठिकानों से कई दस्तावेज जब्त किए हैं। परिजनों से बयान दर्ज किए हैं। ईडी ने इन सभी की कॉल डिटेल व बैंक अकाउंट भी खंगाले हैं। ये जानकारी उदयपुर जेल में बंद आरोपियों से हुई पूछताछ से मेल नहीं खा रही। इस कारण मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका है।