हनुमानगढ़ - विश्वास कुमार 
अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने जिले में मानसून के शीघ्र सक्रिय होने की सम्भावना को देखते हुए जिले में जल भराव व बाढ़ की स्थिति से निपटने के साथ ही जान माल कि हानि ना हो इसलिए सुरक्षात्मक उपाय, उचित प्रबन्ध के साथ ही आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिये संबंधित अधिकारियों कि बैठक ली । सभी जरूरी इंतजाम समय पर पूरे कर लिये जाए, इसके लिए सभी विभागीय अधिकारी अलर्ट मोड पर रहते हुए आपसी समन्वय एवं सामंजस्य से बाढ़ बचाव के कार्यों को प्राथमिकता से सुनिश्चित करें। इसी सिलसिले में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित आपदा प्रबन्धन की तैयारियों से संबंधित बैठक को संबोधित करते हुए अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रतिभा देवठिया ने कहा कि नगरपालिकाएं पानी निकासी का पुख्ता प्रबंध रखे । 
अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने बैठक में नगर परिषद,पंचायती राज, राजस्व,चिकित्सा, शिक्षा, बिजली, पुलिस, रसद, पीडब्ल्यूडी सहित अन्य विभाग के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए । एडीएम ने संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि वे अपने अधीनस्थ अधिकारियों एवं कार्मिकों को निर्देश प्रदान कर स्पष्ट रूप से आगाह कर दे कि आने वाले मानसून के समय बिना अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़े तथा अपना मोबाईल सदैव चालू रखें। सभी अधिकारियों के नाम, पद, टेलीफोन नम्बर व पते अपडेट कर जिला स्तर पर उपलब्ध करवाए ताकि आवश्यकता पड़ने पर उनसे वांछित सहयोग प्राप्त किया जा सके। 
उन्होंने कहा कि सभी विभाग अपना कंट्रोल रूम बनाएं तथा कंट्रोल रूम 15 जून से 15 अक्टूबर तक 24 घंटे खुला रखे। घग्घर नदी के किनारों का एक बार संबंधित अधिकारी निरीक्षण करें , यह ध्यान रखें कि बरसात के समय नाले ब्लॉक ना हो इसलिए नालों की साफ सफाई रखें । जो घर जर्जर अवस्था में है या नीची जगह और गिरने लायक हैं उन्हें चिह्नित करें और आपात स्थिति में उन्हें स्थानांतरित करें । सभी विभागीय अधिकारी अपने कार्यालय की छतों को 15 जून से पहले साफ करवा ले तथा उन्होंने कहा कि पानी के कारण आवागमन बाधित ना हो, इसके लिए पानी निकासी पर विशेष फोकस रखें।
देवठिया ने कहा कि जिला स्तरीय आपदा नियंत्रण में सूचनाएं देने, रक्षा पेटियों, रस्सों, मसालों, टार्चों की व्यवस्था करने, निचले क्षेत्रों से पानी निकालने के लिए पम्प सैटों की व्यवस्था सुनिश्चित करने एवं व्यापक मात्रा में पम्प सैटों की व्यवस्था रखने, उचित मूल्य की दुकानों पर गेहूं, केरोसिन, अन्य खाद्य सामग्री के भण्डारण एवं वितरण की व्यवस्था तथा बाढ़ की स्थिति में स्वैच्छिक संगठनों के सहयोग से पीड़ित व्यक्तियों तक खाद्य सामग्री पहुंचाने आदि कि तैयारिया पुख्ता रखें। जीवन रक्षक दवाइयां, बाढ़ के समय आवश्यकतानुसार मोबाइल चिकित्सा दल गठित करने, पर्याप्त मात्रा में तैराक और गोताखोरों की उपलब्धता सुनिश्चित करने, विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित रखने, जमीन पर पडे़ ट्रान्सफार्मर तथा डी.पी. ऊपर रखवाने, वर्षाकाल में गिर सकने वाले सार्वजनिक भवनों की पहचान कर इनकी मरम्मत करवाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर समेत कृषि विस्तार उपनिदेशक दानाराम गोदारा, पीडब्ल्यूडी अधिशासी अभियंता अनिल अग्रवाल, डीएफओ करण सिंह काजला, जिला पुलिस उप अधीक्षक अरविंद कुमार, डीटीओ संजीव चौधरी, डेयरी एमडी अग्रसेन सहारण, पशुपालन संयुक्त निदेशक ओम प्रकाश किलानिया, जिला उद्योग केंद्र महाप्रबंधक हरीश मित्तल जेडीवीवीएनएल के एसई के के कसवां, डीआईओ शैलेंद्र कुमार, हनुमानगढ़ तहसीलदार हरदीप सिंह, भादरा तहसीलदार राजेश कुमार, पीलीबंगा तहसीलदार आकांक्षा गोदारा, टिब्बी तहसीलदार हरीश कुमार, रावतसर तहसीलदार नवीन गर्ग, आयुक्त पूजा शर्मा सहित सभी जिले की सभी नगरपालिकाओं के अधिशासी अधिकारी और पंचायत समितियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहें ।