उदयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

श्रमण डॉ. पुष्पेन्द्र ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर जैन समाज के उत्थान के लिए श्रमण संस्कृति बोर्ड गठित करने की मांग की है। ताकि जैन संस्कृति का ज्यादा से ज्यादा प्रचार हो सके। डॉ. पुष्पेन्द्र के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा था कि आप मांगते मांगते थक जाएंगे, पर मैं देते-देते नहीं थकुंगा। उसी आधार पर राजस्थान के अल्पसंख्यक वर्ग का जैन समुदाय पिछले चार वर्षों से उचित माँग कर रहा है कि राज्य में श्रमण संस्कृति बोर्ड स्थापित किया जाए। जिसके अंतर्गत जैन समुदाय अपनी मूलभूत समस्याओं व सिद्धांतों की रक्षा-सुरक्षा कर सके।

डॉ पुष्पेन्द्र ने पत्र में यह भी लिखा कि भारत के संविधान में अल्पसंख्यकों के लिए पृथक से संवैधानिक प्रावधान है जिसके अन्तर्गत प्रदेश सरकार का यह दायित्व है कि वह अल्पसंख्यक समाज के सामाजिक, धार्मिक स्थल आदि के सुरक्षा संरक्षण की व्यवस्था करे।

डॉ पुष्पेन्द्र ने कहा कि आए दिन जैन श्रमण संस्कृति पर कुठाराघात हो रहा है। जैन संतों पर आए दिन उपसर्ग हो रहे हैं। जैन संतों की विहार और निहार में काफी परेशानियां सामने आ रही है। ऐसे में समुदाय के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक व्यवस्था की जानी चाहिए।