भीलवाड़ा ब्यूरो रिपोर्ट।  

तहसील ऑफिस में एक पटवारी ने सुसाइड कर लिया। सुसाइड से पहले पटवारी ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है- इसमें मौत का कारण अपने मामा और उनके दो बेटों पर लगाया है। इधर, हैरानी की बात ये भी है कि सुसाइड के बाद अभी न तो पत्नी हॉस्पिटल पहुंची है और न ही परिवार का कोई सदस्य।

मामला भीलवाड़ा के गुलाबपुरा उपखंड के हुहड़ा तहसील ऑफिस में सुबह करीब 8 बजे का है। बताया जा रहा है कि पटवारी संदीप ने रात में ही तहसील ऑफिस के पास बने कमरे में फंदा लगा लिया था। सुबह जब सफाई कर्मचारी ऑफिस पहुंचे तो वे संदीप के शव को लटकता देख घबरा गए।

सूचना मिलने पर डीएसपी लोकेश मीणा, सीआई गजराज चौधरी, तहसीलदार शिल्पा चौधरी मौके पर पहुंचे। डॉग स्क्वायड और एफएसएल टीम भी वहां पहुंची। पुलिस ने मौके की वीडियोग्राफी करवाई और शव को गुलाबपुरा अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया।

सुसाइड से पहले पी थी शराब

सीआई गजराज चौधरी ने बताया कि पटवारी ने तहसीलदार कार्यालय के साथ बने कमरे में मरने से पहले शराब पी थी। उसकी चारपाई के पास आधा भरा शराब का पव्वा और पानी की बोतल मिली। पटवारी संदीप ने मरने से पहले अपनी डायरी में सुसाइड नोट लिखा है। सुसाइड नोट में उसने लिखा कि "मेरी मौत का जिम्मेदार मामा जगदीश प्रसाद मीणा, उसका बेटा दिनेश मीणा और मुकेश मीणा है। सुसाइड नोट में नीचे उसने अपना हस्ताक्षर किया हुआ था। उसके सहकर्मियों ने बताया कि संदीप का उसके मामा के साथ पेट्रोल पंप को लेकर विवाद चल रहा था।

तहसीलदार शिल्पा चौधरी ने बताया कि एक-डेढ महीने से पटवारी संदीप तनाव में था। संदीप अभी तहसील में ही एलआर शाखा में काम कर रहा था। सफाईकर्मी से सूचना मिली कि पटवारी संदीप ने फंदे से लटककर सुसाइड कर लिया है। जिसके बाद उन्होंने फोन कर सूचना दी और वो भी तहसील ऑफिस के लिए रवाना हो गई। मेरे वहां पहुंचने के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची और शव को उतारा।

स्टाफ बोला- डेढ़ महीने से था तनाव में

पुलिस ने स्टाफ से पूछताछ की तो स्टाफ वालों ने बताया कि संदीप मीणा पिछले एक डेढ़ महीने से मानसिक तनाव में था। वह डिप्रेशन की दवाइयां भी लेता था। संदीप ने नवंबर में हनुमानगढ़ से तबादला होकर हुरड़ा तहसील में जॉइन किया। वह सीकर का होने के बावजूद सभी सहकर्मियों को हनुमानगढ़ का निवासी बताता था। संदीप ने सीकर की एक लड़की से लव मैरिज की थी। तभी से उसके परिवारवालों के साथ झगड़ा होने से वह अपने परिवार वालों के संपर्क में भी नहीं था। उसके एक बेटी भी है। स्टाफ ने बताया कि उसकी पत्नी और बच्ची अजमेर में रहते हैं।