जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
अंगदान और रक्तदान ये एक सबसे बड़ी नियामत है जिससे हम लोगों का जीवन बचा सकते हैं। ये हर उस जरूरतमंद इंसान की जिंदगी बचा सकता है, जो मौत के दौराहे पर खड़ा हो। ये कोई भी हो सकता है, आपका कोई दोस्त, परिवार का सदस्य या कोई भी जरूरतमंद इंसान…
अंगदान करने में डर किस बात का, क्योंकि आप एक जिंदगी बचाने का प्रयास कर रहे हैं, इससे बड़ा दान जीवन में कुछ हो ही नहीं सकता। मैं आपके सामने प्रत्यक्ष खड़ी हूं, मैं खुद एक लिविंग डोनर हूं और आप मुझे देखकर अंदाजा लगा सकते हैं कि अंगदान देने से कोई परेशानी नहीं आती है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने सवाई मानसिंह हॉस्पिटल (एसएमएस) में मीडिया से बात करते हुए लोगों को डोनर बनने के लिए प्रेरित करते हुए ये बात कही।
दरअसल, हॉस्पिटल में किए हार्ट ट्रांसप्लांट की पेशेंट धोली देवी को आज एक साल पूरा होने के मौके पर हॉस्पिटल प्रशासन की ओर से ये कार्यक्रम आयोजित किया गया था। शुभ्रा सिंह खुद एक डोनर रही हैं ऐसे में उन्होंने यहां अधिक से अधिक लोगों को डोनर बनने के लिए प्रेरित किया।
एसीएस शुभ्रा सिंह ने बताया कि आज से एक साल पहले मैंने अपने पति को किडनी डोनेट की थी और आज हम दोनों स्वस्थ हैं। उन्होंने बताया कि अभी लिविंग और कैडेवर ऑर्गन डोनेट बहुत कम होता है। लोग भावनात्मक जुड़ाव के कारण कैडेवर कम करते है।
लिविंग डोनेशन करने से लोगों को डर लगता है। लेकिन मैं आपके सामने एक प्रत्यक्ष उदाहरण हूं। मैं ऑर्गन डोनेट करने के एक महीने बाद ही अपने काम पर वापस लौट आई थी। इसलिए हमें लोगों को इसके प्रति जागरूक करने की जरूरत है।
10 साल में 5 ट्रांसप्लांट, लेकिन एक ही जीवित
सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में पिछले 10 साल में 5 हार्ट ट्रांसप्लांट हो चुके हैं, जिसमें से एकमात्र महिला धोली देवी ही है जो ट्रांसप्लांट के बाद सामान्य जीवन जी रही है। चार मरीजों में से 2 मरीजों की कोविड के कारण मौत हो गई, जबकि दो अन्य मरीज ट्रांसप्लांट के दो सप्ताह के अंदर किसी न किसी कारण से आगे जीवन नहीं जी पाए थे। आज धोली देवी के हार्ट ट्रांसप्लांट के एक साल पूरे होने पर हॉस्पिटल प्रशासन ने उनको यहां बुलाकर सम्मानित किया।
2019 में हुई थी हार्ट की समस्या
धौली देवी ने बताया कि उन्हें साल 2019 में हार्ट संबंधी परेशानी हुई थी और जब एसएमएस में दिखाया तो पता चला कि मेरा हार्ट खराब हो गया है और उसे बदलने की जरूरत है। इसके बाद 2022 में मेरा हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया। धौली देवी ने बताया कि वर्तमान में वह घर के सभी काम सामान्य तौर पर करती है।
इस मौके पर कांग्रेस नेता राजीव अरोड़ा, पूर्व सांसद और एसएमएस हॉस्पिटल के पूर्व अधीक्षक डॉ. करण सिंह यादव, सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल राजीव बगरहट्टा, एसएमएस के सीटीवीएस के एचओडी डॉ. संजीव सचदेवा, डिपार्टमेंट के सीनियर प्रोफेसर डॉ. राजकुमार यादव, हॉस्पिटल के अधीक्षक अचल शर्मा समेत अन्य लोग मौजूद थे।
0 टिप्पणियाँ