कोटा ब्यूरो रिपोर्ट।  

फर्जी कम्पनी बनाकर निवेशकों से करोड़ो की ठगी करने के मामले में SIT की टीम ने अपेक्षा ग्रुप के एक ओर डायरेक्टर को गिरफ्तार किया है। SIT की टीम ने कमिश्नर ऑफिस (संभागीय आयुक्त कार्यालय) में तैनात सहायक प्रशासनिक अधिकारी चेतन स्वरूप नामा को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है। कोर्ट ने उसे पीसी रिमांड पर भेजने के आदेश दिए।

चेतन नामा मूलरूप से बूंदी के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी का निवासी है और वर्तमान में विवांता अपार्टमेंट महावीर नगर इलाके में रहता है। वो 2013 से अपेक्षा ग्रुप से जुड़ा हुआ है। उसने अपनी पत्नी गिरिजेश नामा को अपेक्षा ग्रुप की कंपनी में डायरेक्टर बना रखा था। जून 2020 तक करीब 35 निवेशकों से अपेक्षा ग्रुप की अलग अलग कम्पनियों में 1 करोड़ 56 लाख 39 हजार का निवेश करवाया। अपेक्षा ग्रुप द्वारा ठगी के मामले में अब तक सीएमडी मुरली मनोहर नामदेव से 23 सक्रिय डायरेक्टर/ सदस्य को एसआईटी टीम गिरफ्तार कर चुकी है। जो न्यायिक अभिरक्षा में चल रहे हैं।

ये था मामला
अपेक्षा ग्रुप का निदेशक मुरली मनोहर नामदेव बारां का निवासी है। इसने रकम दुगुनी करने का झांसा देकर कम्पनी में कई लोगों को डायरेक्टर बनाया। फिर एक कम्पनी से 12 से 14 कम्पनियां खड़ी की। फिर लोगों को अमीर बनने के सपने दिखाकर उनसे ठगी की। अनुमान के मुताबिक कम्पनी ने कोटा संभाग के (कोटा, बूंदी,बारां झालावाड़) के करीब ढाई से 3 हजार निवेशको को करीब 200 करोड़ का चुना लगाया। पिछले साल जनवरी में अपेक्षा ग्रुप कम्पनी के 38 डायरेक्टर्स के खिलाफ गुमानपुरा थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ था। कम्पनी के डायरेक्टर्स के खिलाफ शहर के अलग अलग थानों में करीब 100 से ज्यादा मामले दर्ज है।