भरतपुर ब्यूरो रिपोर्ट।

केंद्र सरकार ने महिलाओं की निवेश में भागीदारी बढ़ाने और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए महिला सम्मान बचत पत्र योजना शुरू की है। योजना की शुरुआत देश के सभी डेढ़ लाख डाकघरों में शुरू हो चुकी है। इस योजना के तहत के 7.5 प्रतिशत ब्याज वार्षिक व गणना त्रैमासिक चक्रवर्ती के आधार पर देय होगा। यह योजना केवल महिला और लड़कियों के लिए है। कोई महिला अवयस्क लड़की की ओर से संरक्षक के रूप में भी एफडीआर करवा सकती है।

न्यूनतम एक हजार रुपए से लेकर अधिकतम दो लाख रुपए तक की एक महिला द्वारा जमा करवाई जा सकती है।महिला सम्मान बचत पत्र योजना के तहत तीन महीनों के अंतराल में दूसरा खाता खुलवाकर भी राशि जमा करवाई जा सकती है। एक महिला एक से अधिक खाते भी खुलवा सकती है। लेकिन अधिकतम 2 लाख रुपए तक की राशि ही जमा करवाई जा सकती है। उप डाकपाल हिमांशु फौजदार ने बताया कि योजना के तहत एक वर्ष के बाद कुल जमा राशि का 40 प्रतिशत तक निकासी का प्रावधान है। सबसे बड़ी बात यह है कि छह महीने के बाद खाते को बंद करवाने की सुविधा भी उपलब्ध है। इसमें देय ब्याज राशि 5.5 प्रतिशत ही देय होगी।

31 मार्च 2025 तक चलेगी यह योजना

भारत सरकार वित्त मंत्रालय द्वारा फिलहाल यह योजना दो वर्ष के लिए शुरू की हुई है। यह योजना 31 मार्च 2025 तक चलेगी। हालांकि बाद में सरकार इसे आगे भी बढ़ा सकती है। फौजदार ने बताया कि कोई महिला शुरुआत में 10 हजार रुपए जमा करवाती है तो वो तीन माह बाद फिर अपनी हैसियत के अनुसार 20 हजार रुपए और जमा करवा सकती है। खाता धारक एक ही रहेगा लेकिन एकाउंट अलग से खुलेगा। जीतने अंतराल के बाद नया एकाउंट खुलेगा उसके अनुसार ही अवधि पूरी होने पर एफडीआर मैच्योर होगी। फौजदार ने बताया कि कोई भी राष्ट्रीयकृत या कार्पोरेट बैंक इतना ब्याज नही देता। यानी इस योजना में सरकार द्वारा सर्वाधिक ब्याज दिया जा रहा है। महिलाओं के प्रोत्साहन के लिए केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय ने यह योजना शुरू की है।